सालाना शुद्ध लाभ ₹5,158 करोड़, 9% की सालाना वृद्धि
अहमदाबाद, 29 अप्रैल 2025: अदाणी पोर्टफोलियो की सीमेंट और बिल्डिंग मटेरियल्स
कंपनी अंबुजा सीमेंट्स ने 31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही (क्यू4) और पूरे वित्त वर्ष के लिए
स्टैंडअलोन एवं कंसॉलिडेटेड आधार पर उत्कृष्ट वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है। इस प्रदर्शन को बेहतर
केपीआई द्वारा समर्थन मिला है, जो कंपनी की ताकत, लचीलापन, अच्छी मात्रा में वृद्धि, खरीदी गई
संपत्तियों से मूल्य प्राप्ति, बेहतर लागत नियंत्रण और समूह के सहयोग को दर्शाता है।
अंबुजा सीमेंट्स के पूर्णकालिक निदेशक एवं सीईओ, विनोद बाहेती ने कहा, "यह वर्ष अंबुजा सीमेंट्स के
लिए ऐतिहासिक रहा है, क्योंकि हमने 100 मिलियन टन प्रति वर्ष क्षमता का आंकड़ा पार कर लिया है। इसके
साथ ही देशभर में विभिन्न चरणों में हमारी जैविक विस्तार परियोजनाएं जारी हैं, जिनके माध्यम से हम
वित्त वर्ष 2026 के अंत तक 118 एमटीपीए की क्षमता प्राप्त करेंगे, जो 2028 तक 140 एमटीपीए के हमारे
लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 100 एमटीपीए का यह आंकड़ा केवल एक संख्या नहीं, बल्कि
हमारी महत्वाकांक्षा, दृढ़ता और उद्देश्य का प्रतीक है। जैसे-जैसे भारत 10 ट्रिलियन डॉलर की
अर्थव्यवस्था की नींव रख रहा है, हम देश के इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए
प्रतिबद्ध हैं, जो विकास को सशक्त बनाता है, समुदायों को जोड़ता है और हरित भविष्य को समर्थन देता
है। हम उद्देश्य से प्रेरित हैं और प्रगति से परिभाषित 'हम करके दिखाते हैं'।"
लागत नेतृत्व / संचालन सम्बन्धी मुख्य बिंदु
- पूंजीगत (कैपेक्स) और परिचालन (ओपेक्स) आधारित दक्षता पहलों ने सभी संचालन क्षेत्रों में स्वस्थ
सुधार दिखाया है, जिससे अंबुजा की लागत नेतृत्व की स्थिति और मजबूत हुई है।
- ब्रांडिंग पर विशेष ध्यान और तकनीकी सहायता सेवाओं के कारण वॉल्यूम में वृद्धि और मार्जिन में
विस्तार हुआ।
- वेस्ट हीट रिकवरी सिस्टम पावर की भागीदारी 12.5% से बढ़कर 17.3% (4.8 प्रतिशत अंक की वृद्धि),
सोलर पावर मिक्स 2.4% से बढ़कर 8.2% (5.8 प्रतिशत अंक की वृद्धि), जिससे ग्रीन पावर की कुल
भागीदारी 10.5 प्रतिशत अंक बढ़कर 26.1% हो गई। वित्त वर्ष 2028 तक 60% ग्रीन पावर प्राप्त करने
के लिए स्पष्ट रोडमैप और निवेश प्रतिबद्धताएं तय की गई हैं।
- वित्त वर्ष 2028 तक नियोजित 1 जीडब्ल्यू नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना (₹6,000 करोड़ निवेश) में से
वित्त वर्ष 2025 में खावड़ा, गुजरात में 200 मेगावाट सोलर और 99 मेगावाट विंड पावर का संचालन
शुरू हुआ है, जिससे प्रति टन ₹30 की वार्षिक लागत बचत/एबिटडा सुधार हुआ है। शेष परियोजना जून
2026 तक चालू किया जायेगा।
- ईंधन मिश्रण में बदलाव और तेजी से लिए गए निर्णयों के चलते किल्न ईंधन लागत 14% घटकर ₹1.84 से
₹1.58 प्रति 1,000 किलो कैलोरी हो गई है।
- लॉजिस्टिक्स लागत 2% कम होकर ₹1,238/टन रही, जिसे संचालन दक्षता सुधार (कुल दूरी में 16 किमी की
कमी, डायरेक्ट डिस्पैच 4 प्रतिशत अंक बढ़कर 58%) से प्राप्त किया गया। विभिन्न मालभाड़ा
वार्ताओं के चलते सड़क परिवहन पीटीपीके ₹4.18/टन तक घटा। आने वाले तिमाहियों में मरीन
लॉजिस्टिक्स की ओर रुख करके इसमें और सुधार की संभावना है।
- कृष्णपट्टनम ग्राइंडिंग यूनिट से कोचीन और मैंगलोर बाजार के लिए समुद्री मार्ग से आपूर्ति शुरू
हो गई है, जिससे प्रति टन ₹5 की मालभाड़ा लागत में कमी आएगी और लाभप्रदता बढ़ेगी।
- पेनना, सांगही, एशियन और तूतिकोरिन ग्राइंडिंग यूनिट जैसे अधिग्रहित परिसंपत्तियों के विस्तार
से बाज़ार में उपस्थिति बढ़ी है, जिससे लागत में कमी और क्षमता का बेहतर उपयोग संभव हुआ है।
- बीसीएफसी रेक्स (विशेष मालगाड़ी ढुलाई प्रणाली) की रणनीतिक तैनाती आगामी तिमाहियों में
लॉजिस्टिक्स लागत को और कम करने में सहायक होगी।
- सांगही, एशियन और पेनना जैसे अधिग्रहीत परिसंपत्तियों का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है। पेनना
संयंत्रों का संचालन स्थिर हो रहा है और क्लिंकर की क्षमता उपयोग दर लगभग 80% तक पहुंच गई है।
- ईंधन, फ्लाई ऐश, लॉजिस्टिक्स और जनशक्ति उत्पादकता से जुड़ी लागत कटौती पहलें वित्त वर्ष 2028
तक ₹3,650 प्रति टन लागत लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेंगी, जिससे एबिटडा मार्जिन और बेहतर
होगा।
विवरण (वर्ष दर वर्ष) |
Q4 FY’25 |
FY’25 |
बिक्री मात्रा (क्लिंकर और सीमेंट) |
वर्ष दर वर्ष 13% की वृद्धि के साथ 18.7 मिलियन टन की बिक्री हुई, जो किसी तिमाही में
अब तक की सर्वाधिक बिक्री है |
वार्षिक आधार पर 10% की वृद्धि के साथ 65.2 मिलियन टन, अब तक की सर्वाधिक वार्षिक
बिक्री |
भट्ठा ईंधन लागत |
14% की कमी (रु. 1.84 से रु. 1.58/’000 (केसीएएल) |
12% की कमी (रु. 1.90 से रु. 1.66/’000 केसीएएल) |
बिजली खपत के % के रूप में हरित ऊर्जा |
10.5 पीपी बढ़कर 26.1% हो गया |
5.8 पीपी बढ़कर 21.4% हो गया
|
वित्तीय मुख्य बिंदु (कंसॉलिडेटेड)
- उच्च वॉल्यूम और बेहतर संचालन मानकों के चलते व्यवसाय के सभी क्षेत्रों में वृद्धि दर्ज की गई
है।
- एबिटडा प्रति टन ₹1,001, एबिटडा मार्जिन 18.9% रहा।
- नेटवर्थ में ₹12,969 करोड़ की वृद्धि हुई है, जो अब बढ़कर ₹63,811 करोड़ हो गई है। कंपनी पूरी
तरह कर्ज-मुक्त है और क्रिसिल एएए (स्टेबल) / क्रिसिल ए1+ की सर्वोच्च क्रेडिट रेटिंग बनाए रखी
है।
- कंपनी के पास ₹10,125 करोड़ की नकद व समतुल्य राशि उपलब्ध है, जो भविष्य में तेज़ विकास को
समर्थन देगी।
- अंबुजा सीमेंट्स (संयुक्त स्तर) पर व्यापारिक कार्यशील पूंजी 28 दिनों पर है, जो स्टॉक और बकाया
राशि में धन को शीघ्र मुक्त करने की क्षमता को दर्शाता है।
31 मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के लिए वित्तीय प्रदर्शन:
विवरण |
यूओएम |
समेकित |
स्टैंडअलोन |
|
|
Q4
FY’25
|
Q4
FY’24
|
Q4
FY’25
|
Q4
FY’24
|
बिक्री मात्रा
(सीमेंट और क्लिंकर)
|
Mn T |
18.7 |
16.6 |
11.6 |
9.5 |
संचालन से राजस्व |
Rs. Cr |
9,889 |
8,894 |
5,681 |
4,780 |
परिचालन ईबीआईटीडीए और मार्जिन |
Rs. Cr |
1,868 |
1,699 |
1,038 |
798 |
% |
18.9% |
19.1% |
18.3% |
16.7% |
Rs. PMT |
1,001 |
1,026 |
898 |
837 |
अन्य कमाई |
Rs. Cr |
573 |
233 |
442 |
177 |
कर पूर्व लाभ |
Rs. Cr |
1,780 |
1,595 |
1,197 |
681 |
कर के बाद लाभ |
Rs. Cr |
1,282 |
1,521 |
929 |
532 |
ईपीएस – डाईलियूटेड |
Rs. |
3.88 |
4.93 |
3.77 |
2.42 |
31 मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के लिए वित्तीय प्रदर्शन:
विवरण |
यूओएम |
समेकित |
स्टैंडअलोन |
|
|
FY'25 |
FY'24 |
FY'25 |
FY'24 |
बिक्री मात्रा
(सीमेंट और क्लिंकर)
|
Mn T |
65.2 |
59.2 |
39.7 |
34.4 |
राजस्व संचालन |
Rs. Cr |
35,045 |
33,160 |
19,454 |
17,919 |
परिचालन ईबीआईटीडीए और मार्जिन
|
Rs. Cr |
5,971 |
6,400 |
2,965 |
3,371 |
% |
17.0% |
19.3% |
15.2% |
18.8% |
Rs. PMT |
915 |
1,081 |
747 |
980 |
अन्य कमाई |
Rs. Cr |
2,654 |
1,166 |
1,899 |
853 |
कर पूर्व लाभ |
Rs. Cr |
5,922 |
5,896 |
3,718 |
3,107 |
कर के बाद लाभ |
Rs. Cr |
5,158 |
4,735 |
3,755 |
2,335 |
ईपीएस – डाईलियूटेड |
Rs. |
16.96 |
16.65 |
15.28 |
10.88 |
लाभ
कंपनी के वर्तमान पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) और विकास योजनाओं को ध्यान में रखते हुए, बोर्ड ऑफ़
डायरेक्टर्स ने इक्विटी शेयरों पर ₹2.0 प्रति शेयर लाभांश की सिफारिश की है, जो पिछले वर्ष के समान
है।
वैश्विक मानकों के साथ तुलना
अंबुजा सीमेंट में हमारा मानना है कि सच्चा नेतृत्व केवल आकार से नहीं, बल्कि इस बात से तय होता है
कि हम वैश्विक मानकों के मुकाबले कैसे खरे उतरते हैं। हम निरंतर अपने प्रदर्शन की तुलना ऊर्जा
दक्षता, कार्बन उत्सर्जन, जल संरक्षण, डिजिटल अपनाने, सुरक्षा और नवाचार जैसे प्रमुख मापदंडों पर
वैश्विक उद्योग के अग्रणी संगठनों से करते हैं। क्लिंकर फैक्टर को कम करने, वैकल्पिक ईंधन के उपयोग
और डब्ल्यूएचआरएस को एकीकृत करने पर हमारा विशेष फोकस हमें दुनिया के सबसे टिकाऊ सीमेंट उत्पादकों
में शामिल करता है।
हम साइंस बेस्ड टारगेट्स इनिशिएटिव (एसबीटीआई), ग्लोबल सीमेंट एंड कंक्रीट एसोसिएशन (जीसीसीए) के
दिशा-निर्देशों और टास्क फोर्स ऑन क्लाइमेट-रिलेटेड फाइनेंशियल डिस्क्लोज़र्स (टीसीएफडी) जैसे
अंतरराष्ट्रीय फ्रेमवर्क के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। हमारे ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और शासन)
प्रकटीकरण और सतत विकास रोडमैप इस तरह से बनाए गए हैं कि वे वैश्विक अपेक्षाओं पर खरे उतरें या
उन्हें पार करें, ताकि हमारे कार्यकलाप भविष्य के लिए तैयार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सक्षम बने
रहें।
उद्योगों से सीख और श्रेष्ठ प्रथाओं का क्रियान्वयन
अंबुजा सीमेंट्स की यात्रा निरंतर सीखने और नवाचार के प्रति गहरी प्रतिबद्धता से परिभाषित होती है,
चाहे वह देश के भीतर हो या अंतरराष्ट्रीय बाजारों से। यह दृष्टिकोण हमें ऐसी सिद्ध रणनीतियों को
अपनाने में सक्षम बनाता है जो उत्पादकता, सुरक्षा और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देती हैं। इसमें
प्रोसेस ऑटोमेशन, ग्रीन लॉजिस्टिक्स, वैकल्पिक ईंधनों, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पहलों, एआई आधारित
मेंटेनेंस, स्मार्ट डिस्पैच और रीयल-टाइम ट्रैकिंग सिस्टम जैसे क्षेत्रों में वैश्विक मानकों को
अपनाना शामिल है। कंपनी समान उद्योगों और विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणी संगठनों से भी अंतर्दृष्टि
प्राप्त करती है, ताकि संचालन में उत्कृष्टता, ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और सुशासन को नई ऊंचाइयों
तक पहुंचाया जा सके। नॉलेज शेयरिंग, बेंचमार्किंग और विश्व-स्तरीय प्रथाओं को अपनाने के एक समृद्ध
इको सिस्टम के निर्माण के माध्यम से, अंबुजा सीमेंट्स स्मार्ट, सस्टेनेबल और स्केलेबल सीमेंट
ऑपरेशंस की अगली पीढ़ी के निर्माण में अग्रणी बना हुआ है।
- दुनिया की 9वीं सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी, और सबसे तेज़ी से बढ़ती कंपनियों में से एक, जिसके पास
विश्व का सबसे ऊंचाई पर स्थित सीमेंट प्लांट है।
- दुनिया की पहली सीमेंट कंपनी, जिसने इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी (आईआरईएनए) के तहत
अलायन्स फॉर इंडस्ट्री डिकार्बनाइजेशन (एएफआईडी) में भागीदारी की है।
- 2050 तक नेट ज़ीरो उत्सर्जन के प्रति प्रतिबद्ध। इसकी सहायक कंपनी एसीसी, भारत की पहली बड़ी
सीमेंट कंपनी है, जिसके विज्ञान आधारित नेट-ज़ीरो लक्ष्य को एसबीटीआई द्वारा मान्यता प्राप्त
है।
- दुनिया की कुछ चुनिंदा बड़ी सीमेंट कंपनियों में शामिल, जिसने फिनलैंड की कंपनी ‘कोलब्रूक’ के
साथ रणनीतिक साझेदारी की है, ताकि रोटोडायनामिक हीटर™ (आरडीएच™) तकनीक को अपनाया जा सके। यह
तकनीक रिन्यूएबल इलेक्ट्रिसिटी का उपयोग कर जीरो कार्बन हाई टेम्परेचर प्रोसेस हीटिंग प्रदान
करती है, जिससे जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता कम होती है।
ईएसजी अपडेट्स
- ब्लेंडेड सीमेंट का योगदान उत्पाद मिश्रण में 82% है, जो पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाओं और सीओ₂
उत्सर्जन में कमी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- अंबुजा सीमेंट्स (संयुक्त स्तर पर) ने अपने समुदाय सहभागिता कार्यक्रमों के माध्यम से
स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और सतत आजीविका के क्षेत्रों में 57 लाख लोगों के जीवन में सामाजिक
मूल्य सृजित किया।
- 12 गुना वॉटर पॉजिटिविटी हासिल कर जल प्रबंधन में नेतृत्व स्थापित किया।
- सीमेंट भट्टियों में प्लास्टिक कचरे की को-प्रोसेसिंग के माध्यम से 11 गुना प्लास्टिक
नेगेटिविटी प्राप्त की।
- 2030 तक 83 लाख पेड़ लगाने का संकल्प, जो अदाणी समूह के 10 करोड़ पेड़ लगाने के महत्वाकांक्षी
लक्ष्य के अनुरूप है।
- अंबुजा सीमेंट्स (संयुक्त स्तर पर) ने 20.88 मिलियन टन से अधिक अपशिष्ट-आधारित संसाधनों का
प्रसंस्करण किया, जिससे सर्कुलर इकॉनमी को अपनाने की दिशा में अहम कदम उठाया गया।
ब्रांडिंग और तकनीकी सेवाएं
- वीमेंस प्रीमियर लीग 2025 में गुजरात जाइंट्स के साथ साझेदारी की।
- अंबुजा सर्टिफाइड टेक्नोलॉजी को 19,714 कस्टमर साइट्स पर लागू किया गया, जिससे उनके घर और अधिक
मजबूत बने।
- 3,019 ठेकेदारों को विभिन्न स्किल अपग्रेडशंस वर्कशॉप्स के तहत प्रशिक्षित किया गया, जिनमें
1,053 प्लांट विजिट्स भी शामिल थीं ताकि हमारे उत्पादों की गहरी समझ हो सके।
- 2,482 निर्माण पेशेवरों के लिए तकनीकी ज्ञान साझा करने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की
गई।
- ब्रांड की स्थिति को नए सिरे से परिभाषित कर प्रीमियम उत्पादों की हिस्सेदारी को 13% से बढ़ाकर
40% करने का लक्ष्य। बाज़ार की सोच को बदलकर और धारणा में सुधार लाकर ट्रेड सेल्स में प्रीमियम
उत्पादों की हिस्सेदारी 29% तक पहुँचाई गई।
डिजिटलाइजेशन
- ‘रिवॉर्ड कनेक्ट’ ऐप लॉन्च किया गया, यह एक लॉयल्टी रिवार्ड प्लेटफॉर्म है, जो पूरे भारत में
उद्योग प्रभावितों और चैनल पार्टनर्स के लिए ऑनलाइन रिवॉर्ड पॉइंट रिडेम्पशन की सुविधा देता है।
- ओटी (ऑपरेशनल टेक्नोलॉजी) सिक्योरिटी मॉनिटरिंग सॉल्यूशन लागू किया गया, जो रीयल-टाइम साइबर
सुरक्षा निगरानी को मजबूत करता है।
- एआई, आईओटी, वीडियो एनालिटिक्स और ऑप्टिमाइज़ेशन क्षमताओं के माध्यम से तेज़ निर्णय लेने और
ग्राहक सेवा में सुधार की दिशा में डिजिटलाइजेशन मदद कर रहा है।
- जीपीएस, आरएफआईडी और एल्गोरिद्म आधारित एडवांस लॉजिस्टिक्स सिस्टम के माध्यम से रीयल-टाइम
ट्रैकिंग और सुनियोजित समन्वय सुनिश्चित किया गया। सुरक्षा डैशबोर्ड की शुरुआत की गई, जिससे
बेड़े (फ्लीट) के प्रबंधन और परिचालन निगरानी में सुधार हुआ।
- सेल्स ऑपरेशंस में क्रांतिकारी बदलाव लाते हुए, वनकनेक्ट और अदाणी सीमेंट कनेक्ट जैसे एकीकृत
समाधानों की शुरुआत की गई, जिससे विभिन्न हितधारकों के लिए दक्षता और अनुभव बेहतर हुआ।
- ओरेकल फ्यूज़न द्वारा वर्कफोर्स मैनेजमेंट और क्रोनोस द्वारा थर्ड पार्टी कॉन्ट्रैक्टर मैनेजमेंट
लागू करके
- एचआर प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण किया गया।
दृष्टिकोण
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में सीमेंट की खपत में 6.5% से 7% की वृद्धि दर्ज की गई। इस मांग
में वृद्धि का कारण निर्माण गतिविधियों में तेजी, ग्रामीण मांग में सुधार, रियल एस्टेट सेक्टर में
गति और सरकारी खर्च में बढ़ोतरी रहा। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में सीमेंट मांग में कुल वृद्धि 4% से
5% के बीच रहने की संभावना है। एच2 एफवाय’25 (अक्टूबर 2024 से मार्च 2025) में देखे गए मांग वृद्धि
के रुझानों के आधार पर यह अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत में सीमेंट की मांग में वृद्धि
का सिलसिला जारी रहेगा, जो कि सरकार के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और निर्माण गतिविधियों पर खर्च तथा
इन्फ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग-फोकस्ड बजट से प्रेरित होगा। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सीमेंट मांग
वृद्धि 7% से 8% के बीच रहने की संभावना है।
उपलब्धियाँ
- गोल्डन पीकॉक अवार्ड 2024 प्राप्त हुआ, जिसे कॉर्पोरेट गवर्नेंस और सस्टेनेबिलिटी पर आईओडी के
वार्षिक ग्लोबल कन्वेंशन (लंदन, यूके) में ईएसजी पहलों में उत्कृष्टता के लिए प्रदान किया गया।
- सीडीपी क्लाइमेट असेसमेंट में लीडरशिप स्कोर ‘ए-’ के साथ सम्मानित।
- इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा लगातार तीसरे वर्ष ‘आइकॉनिक ब्रांड ऑफ इंडिया 2024’ के रूप में मान्यता
प्राप्त।
- टीआरए रिसर्च द्वारा लगातार दो वर्षों से ‘भारत का सबसे विश्वसनीय सीमेंट ब्रांड’ के रूप में
मान्यता।
- महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए आईसीसी सोशल इंपैक्ट अवार्ड 2024
प्राप्त।
- लॉजिस्टिक्स में उत्कृष्टता के लिए सीआईआई स्केल अवार्ड 2024 से सम्मानित।
- आरोग्य वर्ल्ड हेल्दी वर्कप्लेस अवार्ड्स 2024 में गोल्ड अवार्ड प्राप्त।