हमारा सफर

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1988

साधारण शुरुआत, असाधारण प्रयास और अटूट संकल्प!

गौतम अदाणी ने 1978 में डायमंड सॉर्टर के रूप में अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत की। उन्होंने 1988 में अदाणी एक्सपोर्ट्स की स्थापना की, जो आगे चलकर एक बहुआयामी ग्लोबल समूह की आधारशिला बनी।

1988 अदाणी एक्सपोर्ट्स ने गुजरात में अपनी नींव रखी।

गौतम अदाणी ने अहमदाबाद, गुजरात में कृषि उत्पादों और ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने वाली अदाणी एक्सपोर्ट्स की स्थापना की।

1994-1999

शेयर बाजार की उपलब्धियां, इंफ्रास्ट्रक्चर में नई खोज, और विकास की दिशा में बढ़ते कदम।

बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड जल्द ही एक बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरा। कंपनी ने मुंद्रा को एक बड़े पोर्ट में बदल दिया, अदाणी पावर के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में विकास किया और अदाणी विलमर के जरिये नेचुरल रिसोर्सेज और एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों में भी विस्तार किया।

1994 बोर्सेस में अदाणी एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड लिस्ट हुआ

अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, जिसे पहले अदाणी एक्सपोर्ट्स के नाम से जाना जाता था, 1 नवंबर 1994 को बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध हुई। इसका आईपीओ 150 रुपये प्रति शेयर पर 25 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ।

उसी साल,अदाणी ग्रुप को मुंद्रा में कैप्टिव जेटी बनाने के लिए गुजरात मैरीटाइम बोर्ड से मंजूरी मिली।

1995 बचपन के सपने को किया साकार

कांडला पोर्ट से प्रेरित होकर गौतम अदाणी ने मुंद्रा को सबसे बड़ा पोर्ट बनाया। आज ये अपनी मजबूत मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी की वजह से एक प्रमुख इकॉनोमिक गेटवे बन चुका है।

1996 निकटता की ताकत

  • गौतम अदाणी ने अपने एसेट/संपत्तियों को आपस में इंटीग्रेट करने की क्षमता के जरिये तेजी से विस्तार किया, जिसकी शुरुआत उन्होंने मुंद्रा जेट्टी से की, जहां पर बाद में पोर्ट और अदाणी पावर की स्थापना हुई। इसकी शुरुआत मुंद्रा जेटी से हुई, जहां बाद में पोर्ट और अदाणी पावर की स्थापना हुई।
  • उन्होंने गरीबों की मदद करने के लिए अपने दिवंगत माता-पिता की याद में श्री शांतिलाल भूदरमल अदाणी चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की।

1998 क्षितिज का विस्तार/ दायरे का विस्तार

  • अदाणी एक्सपोर्ट्स दस वर्षों के अंदर देश में सबसे बड़ी नेट फॉरेन एक्सचेंज कमाने वाली कंपनी और भारत में प्राइवेट सेक्टर का सबसे बड़ा सुपरस्टार ट्रेडिंग हाउस बन गया।
  • अदाणी मुंद्रा पोर्ट पर, मल्टी-पर्पस बर्थ 1 और 2 ने MT अल्फा-2 के साथ ऑपरेशन शुरू किया, जो वहां पर एंकर डालने वाला सबसे पहला छोटा टैंकर था।

1999 बढ़ते कदम

  • ग्रुप ने नए वेंचर्स (उपक्रमों) के साथ आगे बढ़ते हुए नेचुरल रिसोर्सेज के मैनेजमेंट के लिए इंटीग्रेटेड रिसोर्स मैनेजमेंट (आईआरएम) शुरू किया, जबकि अदाणी एक्सपोर्ट्स ने नेचुरल रिसोर्सेज के व्यापार की शुरुआत की थी |
  • ग्रुप कई अलग-अलग क्षेत्रों में विस्तार करने के लिए एफएमसीजी सेक्टर में निवेश किया, और विल्मर इंटरनेशनल, सिंगापुर के साथ पार्टनरशिप (साझेदारी) में अदाणी विल्मर लिमिटेड की स्थापना हुई।

2001-2010

अदाणी के विकास, समाज सेवा और ग्लोबल वेंचर के महत्वपूर्ण साल

अदाणी ग्रुप ने अदाणी एक्सपोर्ट्स के लिए 'गोल्डन स्टेटस' हासिल कर नई ऊंचाइयों को छुआ। मुंद्रा पोर्ट्स की ऐतिहासिक शुरुआत ने व्यापार जगत में क्रांति ला दी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हमारे विस्तार को नई गति दी। हमारे आईपीओ को जबरदस्त सफलता मिली। समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देकर अदाणी ग्रुप ने सामाजिक उत्तरदायित्व के नए मानक (बेंचमार्क) स्थापित किए।

2001 हमने सफलता के कई मील के पत्थर स्थापित किए।

  • अदाणी एक्सपोर्ट्स लिमिटेड को गोल्डन स्टेटस सर्टिफिकेट मिला, जिससे वह गोल्डन सुपरस्टार ट्रेडिंग हाउस बन गया।
  • इस वर्ष मुंद्रा पोर्ट और सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) बिजनेस के कमर्शियल ऑपरेशंस की शुरुआत हुई।
  • गौतम अदाणी की समाजसेवा के प्रति प्रतिबद्धता उस समय स्पष्ट दिखी, जब ग्रुप ने भुज और अन्य भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से राहत और बचाव कार्य किए।
  • वह शिक्षा पर काफी जोर देते हैं, जिसका उदाहरण ग्रुप के फाउंडेशन द्वारा मुंद्रा में अदाणी डीएवी स्कूल की स्थापना है।

2002 रच रहा इतिहास

  • मुंद्रा पोर्ट के सिंगल पॉइंट मूरिंग का ऑपरेशन शुरू हो गया, जिसने 122,997 टन ऑस्ट्रेलियाई प्राकृतिक संसाधनों को ले जाने वाले भारत के पहले केपसाइज पोर्ट ‘एमवी सिल्वर क्लिपर’ के डॉकिंग के साथ इतिहास रच दिया।

2003 उपलब्धियों में एक और सफलता जुड़ी

मुंद्रा पोर्ट के कंटेनर टर्मिनल 1 ने रेल रेक सेवाओं के साथ ऑपरेशन शुरू किया, जो हर दिन 80 रेक को मैनेज करता है और राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क को जोड़ता है।

2006 मदद के हाथ

श्री शांतिलाल भूदरमल अदाणी चैरिटेबल ट्रस्ट आगे चलकर अदाणी फाउंडेशन बन गया, जिसका उद्देश्य सतत विकास लक्ष्य (SDGs) को ध्यान में रखकर पूरे समाज के विकास के लिए काम करना है।

2007 द बुल रन

मुंद्रा पोर्ट और स्पेशल इकॉनोमिक जोन, दोनों ही बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध हैं, जिनके आईपीओ को 116 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिले हैं।

अदाणी एग्री लॉजिस्टिक्स लिमिटेड ( AALL) ने फ़ूड सिक्योरिटी सुनिश्चित करने के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए सात जगहों पर अनाज के गोदामों की स्थापना की।

2008 अधिग्रहण और अनुभव

  • अदाणी एंटरप्राइजेज ने इंडोनेशिया के बुन्यू की नेचुरल रिसोर्सेज खदान का अधिग्रहण किया, जो उनका पहला विदेशी खनन प्रोजेक्ट था, जिससे भारत में नेचुरल रिसोर्सेज की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी।
  • आर्थिक रूप से कमजोर तबके के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने के लिए अदाणी फाउंडेशन ने अहमदाबाद में अदाणी विद्या मंदिर की स्थापना की।

2009 अदाणी पावर के साथ ही कच्छ के लोग भी हुए मजबूत

  • स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध अदाणी पावर का आईपीओ 21 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ।
  • भुज में कच्छ के पहले PPP मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज, गुजरात अदाणी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (GAIMS) का उद्घाटन हुआ।

2010 सीमाओं से परे

  • ऑस्ट्रेलिया के क्वीन्सलैंड में अदाणी ग्रुप ने खदान, रेलवे और पोर्ट प्रोजेक्ट्स के साथ ऑपरेशन्स शुरू किए,जिनमें कारमाइकल खदान और रेलवे प्रोजेक्ट प्रमुख हैं।
  • अदाणी फाउंडेशन ने तिरोड़ा, महाराष्ट्र और कवई, राजस्थान में अपना विस्तार किया।
  • अदाणी गैस प्राइवेट लिमिटेड को अदाणी गैस लिमिटेड के नाम से रिब्रांड करके पब्लिक लिमिटेड कंपनी में तब्दील किया गया।

2011-2023

शक्तिशाली लीडरशिप और नई संभावनाओं के विस्तार का दौर

इस दौर में अदाणी ग्रुप ने अहम अधिग्रहणों, नए कारोबारों और ब्रांड को नया रूप देकर अपनी तरक्की तेज की है। हमने अपनी रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता बढ़ाई है, बिजली और पोर्ट ऑपरेशन चलाए और इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े निवेश किए हैं, जिससे हमने भविष्य में विकास की संभावनाओं के नये द्वार खोले हैं।

2011 नई शुरुआत

  • अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने ऑस्ट्रेलिया की कारमाइकल खदान का अधिग्रहण किया, जो एक थर्मल नेचुरल रिसोर्सेज और रेल प्रोजेक्ट है, जिससे पूरे एशिया को कोयला सप्लाई होगा और क्वीन्सलैंड में हजारों नई नौकरियों के अवसर खुलेंगे।
  • मुंद्रा पोर्ट और SEZ का नाम बदलकर अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनोमिक जोन (APSEZ) रखा गया, जिससे समुद्री क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने का रास्ता खुला, वहीं दहेज पोर्ट पर ऑपरेशन शुरू हुए।

2012 ब्रांड की नई पहचान

ग्रुप ने नई ब्रांड पहचान और नया लोगो लॉन्च किया, जो भरोसे और विश्वास को दर्शाता है, जिससे इसके हितधारकों/ साझेदारों और ग्राहकों के साथ संबंधों में सुधार आया।

ग्रुप ने बिट्टा, गुजरात में 40 मेगावाट क्षमता वाला भारत का सबसे बड़ा पावर प्लांट लगाया, जिसने APL मुंद्रा को 4,620 मेगावाट उत्पादन वाले सबसे बड़े प्राइवेट थर्मल पावर उत्पादक के रूप में स्थापित किया।

  • APSEZ ने हजीरा पोर्ट पर ऑपरेशन शुरू किए,जिससे भारत के समुद्र तट पर इनका एक और पोर्ट जुड़ गया।
  • ग्रुप की सीएसआर शाखा ने मुंद्रा के पास भद्रेश्वर में अदाणी विद्या मंदिर के दूसरे स्कूल का उद्घाटन किया।

2013 आगे बढ़कर नेतृत्व किया

  • मुंद्रा पोर्ट भारत के अग्रणी प्राइवेट पोर्ट के रूप में शीर्ष पर पहुंच गया, जबकि विशाखापत्तनम और मोरमुगाओ पोर्ट ने ऑपरेशन शुरू किया।
  • कवाई पावर प्लांट चालू हुआ,जिसने इलाके में ऊर्जा की जरूरतों को पूरा किया।
  • अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने माइन डेवलपर और ऑपरेटर (एमडीओ) मॉडल के तहत राजस्थान में एक सरकारी स्वामित्व वाली बिजली कंपनी के लिए नेचुरल रिसोर्सेज (प्राकृतिक संसाधनों) के माइनिंग का काम शुरू किया।

2014 पावर फैक्टर

अदाणी पावर लिमिटेड 9,280 मेगावाट के साथ भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट थर्मल पावर उत्पादक बना।

APSEZ ने ओडिशा में धामरा पोर्ट का अधिग्रहण किया और चेन्नई के एन्नोर पोर्ट पर टर्मिनल कंटेनर का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया।

2015 डीमर्जर और मर्जर

  • अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने APSEZ, अदाणी पावर लिमिटेड और अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड का डीमर्जर पूरा किया।
  • अदाणी ग्रीन एनर्जी की स्थापना हुई।
  • बोर्सेस में अदाणी ट्रांसमिशन (अब अदाणी एनर्जी सोल्यूशन्स लिमिटेड) को सूचीबद्ध किया।

2016 भविष्य के उभरते क्षेत्र

अदाणी ने डिफेंस (रक्षा) क्षेत्र में कदम रखा और निगरानी ड्रोन के लिए इजरायल के एल्बिट सिस्टम्स के साथ साझेदारी की,जो राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ग्रुप ने कामुथी,तमिलनाडु में 648 मेगावाट के सोलर प्लांट स्थापित किए, जो भारत की रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है और पूरी दुनिया में सबसे बड़े सोलर प्लांट में से एक है।

2017 ग्रीन एनर्जी की शक्ति का इस्तेमाल

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है और यूटिलिटी-स्केल रिन्यूएबल एनर्जी में भारत की सबसे बड़ी कंपनी और ग्लोबल लीडर बन चुकी है।

2018 और अधिक डीमर्जर, लॉन्च और जॉइंट वेंचर

  • अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड से अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी गैस विभाजित होकर स्टॉक एक्सचेंज में अलग-अलग संस्थाओं के रूप में सूचीबद्ध हो चुके हैं।
  • अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (AEML) लॉन्च किया गया।
  • अदाणी गैस सबसे बड़ी सिटी गैस डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी बन गई।

अदाणी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड और NYK ऑटो लॉजिस्टिक्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने रेल लॉजिस्टिक्स में एक जॉइंट वेंचर की घोषणा की।

APSEZ ने कट्टुपल्ली पोर्ट का अधिग्रहण पूरा किया और अपने साथ एक और पोर्ट जोड़ लिया।

2019 नई ऊंचाइयों को छुआ

ग्रुप ने अपनी प्रगति जारी रखी और नई ऊंचाइयों को छुआ। यह दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा आईआरएम प्लेयर बनकर उभरा।

अदाणी स्पोर्ट्सलाइन के जरिए ग्रुप ने खेल जगत में कदम रखा और पहली बॉक्सिंग लीग में जीत हासिल की।

  • साथ ही, अदाणी पावर ने GMR छत्तीसगढ़ एनर्जी लिमिटेड का अधिग्रहण पूरा किया।
  • अदाणी पोर्ट 200 एमएमटी कार्गो मूवमेंट दर्ज करने वाला पहला भारतीय पोर्ट ऑपरेटर बन गया।

2020 आसमान को छूने की उड़ान

  • अदाणी गैस ने टोटल एनर्जीज के साथ 50:50 का जॉइंट वेंचर स्थापित किया, जिसका उद्देश्य भारत की प्रमुख इंटीग्रेटेड गैस यूटिलिटी बनाना है।
  • ग्रुप को छह एयरपोर्ट संचालित (ऑपरेट) करने का कॉन्ट्रैक्ट मिला और उसने अहमदाबाद, लखनऊ और तिरुवनंतपुरम में ऑपरेशन शुरू कर दिया।
  • अदाणी ग्रीन एनर्जी को दुनिया के सबसे बड़े सोलर प्रोजेक्ट का कॉन्ट्रैक्ट मिला।

APSEZ ने कृष्णापट्टम पोर्ट के अधिग्रहण का काम पूरा किया।

2021 बिजनेस मैटर्स

अदाणी ग्रुप ने डाटा और डिजिटल सूचना के लिए नियंत्रित और सुरक्षित वातावरण वाले डाटा केंद्र स्थापित करने के लिए एजकॉनेक्स (EdgeConneX), यूएसए के साथ साझेदारी की।

अदाणी ने जीवीके से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के ऑपरेशन मैनेजमेंट के लिए 23.5% की हिस्सेदारी हासिल की।

  • अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट मिला और उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे के लिए LoA प्राप्त हुआ।
  • अदाणी ग्रीन SECI के साथ सबसे बड़ा PPA साइन करके दुनिया के सबसे बड़े सोलर डेवलपर और रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में शीर्ष पर पहुंच गया।

एपीएसईजेड ने गंगावरम पोर्ट के 6,200 करोड़ रुपये के अधिग्रहण के साथ भारत के पूर्वी क्षेत्र को खोल दिया।

2022 ऊंची उड़ान

  • अदाणी ग्रुप का मार्केट कैप 200 अरब डॉलर के पार पहुंच गया।
  • मुंबई और नवी मुंबई के एयरपोर्ट का अधिग्रहण पूरा किया।
  • अदाणी पोर्ट और लॉजिस्टिक्स ने भारत की सबसे बड़ी समुद्री सेवाओं की कंपनी ओशन स्पार्कल का अधिग्रहण किया।
  • अदाणी पोर्ट्स की कार्गो हैंडलिंग क्षमता 300 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच गई है।
  • अदाणी ग्रुप ने नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का फाइनेंशियल क्लोजर हासिल किया।
  • इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने अदाणी ग्रुप के ग्रीन पोर्टफोलियो में 1660 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की।
  • अदाणी विल्मर शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुआ और एक शानदार शुरुआत की।

अदाणी स्पोर्ट्सलाइन ने यूएई टी20 लीग के लिए क्रिकेट टीम खरीदी।

अदाणी ग्रुप ने होलसिम इंडिया के सीमेंट बिजनेस (अंबुजा सीमेंट और एसीसी) का अधिग्रहण कर लिया, जो भारत के इंफ्रा और सामग्री क्षेत्र का सबसे बड़ा अधिग्रहण है, जिसकी कीमत 8715 करोड़ रुपए (10.5 अरब अमेरिकी डॉलर) है।

  • अदाणी ग्रीन ने राजस्थान में भारत का पहला हाइब्रिड पावर प्लांट चालू किया।
  • AMG मिडिया नेटवर्क ने NDTV का अधिग्रहण लिया।

2023 विस्तार के साथ बन और बेहतर

  • अदाणी ग्रुप ने वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम के ‘ट्रिलियन ट्रीज प्लैटफॉर्म’ के तहत 2030 तक 10 करोड़ (100 मिलियन) पेड़ लगाने का संकल्प लिया ।
  • अदाणी पोर्ट के कार्गो की मात्रा सिर्फ 329 दिनों में बढ़कर 300 MMT पार कर गई।

अदाणी पोर्ट और SEZ ने कराईकल पोर्ट का अधिग्रहण किया।

  • अंबुजा सीमेंट ने सांघी सीमेंट का अधिग्रहण किया।
  • बांग्लादेश में बिजली आपूर्ति के लिए अदाणी ग्रुप ने झारखंड के गोड्डा में भारत का पहला ट्रांसनेशनल पॉवर प्रोजेक्ट कमीशन किया।
  • अदाणी ने 765 KV वरोरा-कुर्नूल के सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय ट्रांसमिशन लाइन को कमीशन किया।
  • एनर्जी लिमिटेड (AGEL) की विंड एनर्जी जनरेशन की क्षमता 1 गीगावाट पार कर गई।
  • अदाणी ग्रीन की रिन्यूएबल पोर्टफोलियो 8024 मेगावाट तक पहुंचा, जो भारत में सबसे बड़ा है।

2024-2025

साहस, विश्वास और प्रतिबद्धता के साथ भविष्य का नेतृत्व

अदाणी ग्रुप ने दृष्टि 10 UAV को लॉन्च किया, गोपालपुर पोर्ट के अधिग्रहण और नए कॉपर यूनिट स्टार्ट-अप के साथ महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। हमने रिन्यूएबल एनर्जी में 10,000 मेगावाट का आंकड़ा पार किया और दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल पार्क खोला, जो भविष्य में हमारे लिए नए रास्ते खोलेगा।

2024 अदाणी का निरंतर उत्कर्ष

अदाणी डिफेंस और एयरोस्पेस ने भारत का पहला स्वदेश निर्मित दृष्टि 10 UAV को लॉन्च किया।

  • APSEZ ने ओडिशा में गोपालपुर पोर्ट का अधिग्रहण किया।
  • अदाणी ने गुजरात के खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी पार्क से उत्पादन चालू किया।
  • अदाणी डिफेंस और एयरोस्पेस ने कानपुर में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े गोला-बारूद हथियार और मिसाइल कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया।
  • मुंद्रा में अदाणी की कॉपर यूनिट ने ऑपरेशन शुरू किया।
  • अदाणी ग्रीन एनर्जी देश की पहली कंपनी बन गई है, जिसने 10,000 मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी उत्पादन की बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

अदाणी ग्रीन स्पॉन्सर्ड ग्रीन रिवोल्यूशन: लंदन साइंस म्यूजियम में अदाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी।

शुरुआती 'अमेज़िंग अदानियंस' टैलेंट शो में कर्मचारियों और उनके परिवारों की खास प्रतिभाओं को मंच मिला। यह रोमांचक मल्टी-स्टेज प्रतियोगिता रही, जिसे शिबानी कश्यप, सनम जौहर और अभिजीत पोहनकर ने जज किया।

अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1 मिलियन टन से ज्यादा कार्गो संभाला, जिसमें सालाना 7% की बढ़ोतरी और 30.1% बाज़ार हिस्सेदारी रही। कुल कार्गो में 65% भाग अंतर्राष्ट्रीय रहा, जिसमें 9% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई।

श्री अदाणी ने ग्रीन एनर्जी और मैन्युफैक्चरिंग में 100 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की, जिसका लक्ष्य दुनिया का सबसे सस्ता ग्रीन इलेक्ट्रॉन बनाना और भारत का सबसे बड़ा रिन्यूएबल पार्क व एआई-सक्षम ग्रीन डेटा सेंटर स्थापित करना रहा।

अदाणी एंटरप्राइजेज की 30वीं वर्षगाँठ की एजीएम में श्री अदाणी ने भारत को स्थायित्व प्रदान करने वाला देश बताया और कंपनी की 1994 की आईपीओ यात्रा से लेकर तमाम चुनौतियों को पार करते हुए मिली ऐतिहासिक सफलता का ज़िक्र किया।

2024 पेरिस ओलंपिक्स में भारत के प्रमुख प्रायोजक के रूप में अदाणी समूह ने #DeshkaGeetAtOlympics अभियान शुरू किया। इसका उद्देश्य खिलाड़ियों की मेहनत का सम्मान करना, पिछले पदक रिकॉर्ड को पार करना और खेलों के प्रति अपने सतत समर्थन से देशभक्ति की भावना को और मजबूत करना रहा।

सैन फर्नांडो मदर शिप के अदाणी के विझिंजम इंटरनेशनल सीपोर्ट पर आगमन से भारत ने वैश्विक ट्रांसशिपमेंट में कदम रखा। यह देश का पहला ऑटोमेटेड डीपवॉटर पोर्ट है, जिसे बेहतरीन सुविधाओं और दुनिया से जोड़ने वाली मजबूत कनेक्टिविटी के साथ तैयार किया गया है।

भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने अदाणी के खावड़ा और मुंद्रा परिसरों का दौरा किया। यह यात्रा नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं को तलाशने की दिशा में एक बड़ा कदम रही, जिसने भारत एवं भूटान के बीच संबंधों को और भी गहरा किया।

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने खावड़ा में 250 मेगावॉट की पवन ऊर्जा क्षमता शुरू की, जिससे कुल स्थापित क्षमता बढ़कर 2,250 मेगावॉट हो गई। 5.2 मेगावॉट टर्बाइनों से संचालित यह परियोजना भारत की स्वच्छ ऊर्जा नेतृत्व को और गति देती है और सालाना 1.61 करोड़ घरों को बिजली प्रदान करने में सक्षम है।

अदाणी पोर्ट्स ने 185 मिलियन अमेरिकी डॉलर में एस्ट्रो में 80% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया। इस सौदे से कंपनी को 26 ऑफशोर जहाज़ और टियर-1 क्लाइंट्स मिले, जिससे उसका वैश्विक समुद्री नेटवर्क और बेड़ा बढ़कर 168 जहाज़ों तक पहुँच गया।

श्री गौतम अदाणी ने अदाणी ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के लॉन्च की घोषणा की, जो दक्षता, नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाला एक परिवर्तनकारी कदम है और ग्रुप की विकास यात्रा का नया अध्याय है।

अदाणी ग्रुप को TIME की 'वर्ल्ड्स बेस्ट कंपनियों 2024' सूची में शामिल किया गया, जहाँ उसे कर्मचारियों की संतुष्टि, राजस्व वृद्धि और स्थिरता संबंधी पहलों के लिए मान्यता मिली। यह इस प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में जगह बनाने वाला भारत का एकमात्र इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप है।

अंबुजा सीमेंट्स एलायंस फॉर इंडस्ट्री डीकार्बनाइजेशन (एएफआईडी) से जुड़ने वाला पहला वैश्विक सीमेंट उत्पादक बना। वर्ष 2050 तक नेट ज़ीरो लक्ष्य की दिशा में यह एक बड़ा कदम है, जिसमें 10,000 करोड़ रुपए की हरित ऊर्जा परियोजनाएँ और डीकार्बनाइजेशन के रणनीतिक प्रयास शामिल हैं।

मुंद्रा पोर्ट ने अपनी 25वीं वर्षगाँठ पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया, जो इसे देश के सबसे बड़े पोर्ट में बदलने और उसके सामाजिक-आर्थिक योगदान को दर्शाता है। यह टिकट विश्व डाक दिवस पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने जारी किया।

अदाणी और गूगल ने साझेदारी कर भारत में गूगल के सभी ऑपरेशन्स को अदाणी के खावड़ा स्थित सोलर-विंड हाइब्रिड प्रोजेक्ट से मिलने वाली स्वच्छ ऊर्जा से संचालित करने की शुरुआत की। इस पहल का लक्ष्य 24x7 कार्बन मुक्त ऊर्जा प्रदान करना और साझा सतत विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाना रहा।

अदाणी ग्रुप की नई मुहिम 'हम करके दिखाते हैं' वास्तविक जीवन की कहानियों को सामने लाती है। यह दिखाती है कि किस तरह इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लोगों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं। इसकी शुरुआत एक फिल्म से हुई, जिसमें पवन ऊर्जा से एक गाँव को रोशन होते हुए दिखाया गया है।

2025 Mighty Yet Humble

महाकुंभ 2025 में अदाणी ग्रुप और इस्कॉन ने मिलकर 50 लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद परोसा। इस दौरान, श्री अदाणी ने गुरु प्रसाद स्वामी जी से भेंट की और नि:स्वार्थ सेवा तथा सांस्कृतिक विरासत के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता को दोहराया।

जीत अदाणी ने अपनी शादी से पहले 'मंगल सेवा' की शुरुआत की, जिसके तहत हर साल 500 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं को सहयोग मिलेगा। यह पहल अदाणी परिवार की सेवा, गरिमा और समावेशी परोपकार के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

श्री अदाणी ने बेटे जीत की सादगीपूर्ण शादी के अपने संकल्प को निभाते हुए 10,000 करोड़ रुपए सामाजिक कार्यों के लिए दान किए। साथ ही, उन्होंने जीत की यात्रा को आकार देने में पत्नी डॉ. प्रीति अदाणी की अहम् भूमिका को भी सराहा।

अदाणी फाउंडेशन और जेम्स एजुकेशन ने भारत भर में 20 से अधिक विश्वस्तरीय एवं सुलभ स्कूल खोलने की घोषणा की। पहला स्कूल अप्रैल 2025 में लखनऊ में शुरू हुआ। इन संस्थानों में 30% सीबीएसई सीटें वंचित बच्चों के लिए आरक्षित की गई हैं, जिससे समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

अदाणी पोर्ट्स ने कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल पर परिचालन शुरू किया, जो 800 मिलियन डॉलर की लागत वाला स्वचालित डीप-वॉटर पोर्ट है। यह सुविधा हर साल 3.2 मिलियन टीईयू (बीस फुट इकाई) संभालेगी और श्रीलंका की समुद्री स्थिति और क्षेत्रीय व्यापार को मजबूती देगी।.

एपीएसईज़ेड ने वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 450.2 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) कार्गो का संचालन किया, जिसमें मुंद्रा पोर्ट भारत का ऐसा पहला पोर्ट बना, जिसने सालाना 200 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक कार्गो संभाला। यह वर्ष 2030 तक 1 अरब मीट्रिक टन के लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले स्वचालित डीपवॉटर पोर्ट 'विझिंजम पोर्ट' को राष्ट्र को सौंपा। यह भारत की व्यापारिक आकांक्षाओं की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। रणनीतिक रूप से स्थित यह पोर्ट निर्यात को बढ़ावा देने, लॉजिस्टिक लागत को कम करने और विदेशी ट्रांसशिपमेंट हब्स पर निर्भरता घटाने का कार्य करेगा।

अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने रायपुर में भारत का पहला हाइड्रोजन फ्यूल सेल ट्रक लॉन्च किया, जो स्वच्छ और जिम्मेदारीपूर्ण खनन लॉजिस्टिक्स की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह कंपनी की डीकार्बनाइजेशन और जिम्मेदार संचालन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

अदाणी ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024-25 में 89,806 करोड़ रुपए का एबिट्डा, 40,565 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ (पीएटी) और 16.5% रिटर्न ऑन एसेट्स (आरओए) दर्ज किया, जो वैश्विक स्तर पर भी सर्वोच्च प्रदर्शन में शामिल है। यह परिणाम ग्रुप की मजबूत वृद्धि, सतर्क पूँजी प्रबंधन और प्रभावशाली ईएसजी प्रदर्शन को दर्शाता है।

दुनिया का सबसे बड़ा कंटेनर जहाज़ एमएससी इरीना, जिसकी क्षमता बीस फीट समतुल्य इकाइयों (टीईयू) में सबसे अधिक है, ने पहली बार दक्षिण एशिया में कदम रखते हुए भारत के विझिंजम इंटरनेशनल सीपोर्ट की शुरुआत की। दक्षिण एशिया का ग्रुप का पहला पड़ाव विझिंजम पोर्ट की अल्ट्रा-लार्ज जहाज़ों को संभालने की क्षमता और पर्यावरण के अनुकूल शिपिंग के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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