आस्था और विश्वास एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। आस्था भरोसे को सक्षम बनाती है और भरोसा दीर्घकालिक होना चाहिए। यदि आप अपने कार्य पर विश्वास रखते हैं, तो आपके भीतर वह जुनून, धैर्य और सहनशक्ति उत्पन्न होती है जो आवश्यक कौशल विकसित करने में सहायक होती है, ताकि आप प्रवाह के विरुद्ध जाकर खुद को और भी सशक्त बना सकें। मैराथन दौड़ने वालों में आस्था भी होती है और विश्वास भी। वे प्रतिदिन अभ्यास करते हैं, ताकि अपनी लंबी दौड़ों के लिए सहनशक्ति बढ़ा सकें।
ऐसे व्यवसायों में विश्व स्तर का बिजनेस लीडर बनना जो जीवन को समृद्ध बनाते हैं तथा स्थायी मूल्य सृजन के माध्यम से बुनियादी ढांचे के निर्माण में राष्ट्रों को योगदान देते हैं।
अदाणी समूह के अंतर्गत 11 ऐसी कंपनियां आती हैं, जो भारत के शेयर मार्केट में सूचीबद्ध हैं। समूह ने ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर (बंदरगाह, हवाई अड्डे, सड़क, ऊर्जा आदि) के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कार्य किया है और इसकी उपस्थिति पूरे भारत में है।
साल दर साल अदाणी ग्रुप ने अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करके खुद को दुनिया की एक अग्रणी कंपनी के रूप में स्थापित किया है। कंपनी के चार बिजनेस तो ऐसे हैं जिन्हें आईजी रेटिंग यानी निवेश के मामले में मिलने वाली दुनिया की सबसे बेहतरीन रेटिंग वाली कंपनियों में शुमार किया गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में अदाणी ग्रुप भारत में ऐसी रेटिंग हासिल करने वाला अकेला ग्रुप है।
अदाणी ग्रुप को सफलता प्राप्त करने और नेतृत्व करने की क्षमता राष्ट्र निर्माण की भावना से प्राप्त होती है। कंपनी अपने मूल मंत्र ‘ग्रोथ विथ गुडनेस’ यानी ‘भलाई के साथ विकास’ को लेकर आगे बढ़ रही है। यही मंत्र समूह को पर्यावरण संरक्षण के साथ सतत विकास की ओर अग्रसर रहने की प्रेरणा देता है। अदाणी ग्रुप ईएसजी यानी पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक दायित्व और व्यावसायिक कुशलता को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ग्रुप अपने सीएसआर कार्यक्रमों के जरिए लगातार समाज के बड़े वर्ग तक पहुंचकर पर्यावरण सुरक्षा और सतत विकास के लक्ष्यों को पूरा करने में प्रयासरत है।