अदाणी ग्रीन ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में फिर किया शानदार प्रदर्शन

अहमदाबाद, 28 जुलाई, 2025: भारत की सबसे बड़ी और सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी (आरई), अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणाम जारी किए। इस दौरान, कंपनी ने जबरदस्त वृद्धि और परिचालन उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया।

वित्तीय प्रदर्शन- वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही: (करोड़ रुपए में)

विवरण तिमाही प्रदर्शन
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही % परिवर्तन
विद्युत आपूर्ति से राजस्व 2,528 3,312 31%
विद्युत आपूर्ति से एबिट्डा 2,374 3,108 31%
विद्युत आपूर्ति से एबिट्डा (%) 92.6% 92.8%
नकद लाभ 1,394 1,744 25%

- कंपनी की मजबूत राजस्व, एबिट्डा और नकद लाभ वृद्धि का मुख्य आधार 4.9 गीगावॉट की नई हरित क्षमता का जोड़ा जाना, उन्नत नवीकरणीय ऊर्जा तकनीकों का उपयोग, संयंत्रों का बेहतर प्रदर्शन और गुजरात के खावड़ा एवं राजस्थान जैसे संसाधन-समृद्ध क्षेत्रों में नई परियोजनाओं की स्थापना रही।

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के सीईओ आशीष खन्ना ने कहा, "वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में हमने 1.6 गीगावॉट की नई नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ी, जिससे पिछले एक वर्ष में कुल 4.9 गीगावॉट की वृद्धि हुई, जो कि भारत की स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में अब तक की सबसे तेज़ प्रगति है। गुजरात के खावड़ा और अन्य संसाधन-समृद्ध स्थलों में हमारे भारी निवेश ने बेहतरीन परिचालन प्रदर्शन और उद्योग में अग्रणी एबिट्डा मार्जिन देने शुरू कर दिए हैं। हम 2030 तक 50 गीगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता और कम-से-कम 5 गीगावॉट की हाइड्रो पंप्ड स्टोरेज एवं बैटरी स्टोरेज के लक्ष्य की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहे हैं। बैटरी स्टोरेज हमारी भविष्य की रणनीति का अहम् हिस्सा है। हम देश की ऊर्जा संक्रमण और ऊर्जा सुरक्षा की आकांक्षाओं में भागीदार बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी ईएसजी लीडरशिप की पुष्टि एफटीएसई रसेल ईएसजी मूल्यांकन में शीर्ष रैंकिंग और रॉयटर्स ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन अवॉर्ड्स 2025 में मिली मान्यता से होती है।"


क्षमता वृद्धि और परिचालन प्रदर्शन- वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही

  • परियोजना विकास में उत्कृष्टता: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) लगातार ग्रीनफील्ड परियोजनाओं का विस्तार कर रही है, जो उन्नत संसाधन योजना, इंजीनियरिंग और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन पर आधारित है। परियोजना प्रबंधन, निष्पादन और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में हमारे साझेदार अदाणी इंफ्रा इंडिया लिमिटेड (एआईआईएल) की अहम् भूमिका रही है।
  • परिचालन क्षमता: कंपनी की परिचालन क्षमता वर्ष दर वर्ष 45% की शानदार वृद्धि के साथ बढ़कर 15.8 गीगावॉट हो गई है, जो 50 गीगावॉट लक्ष्य की ओर एक मजबूत कदम है।

    खावड़ा में अभूतपूर्व क्षमता वृद्धि: पिछले एक वर्ष में ग्रीनफील्ड स्तर पर 3,763 मेगावॉट सौर क्षमता जोड़ी गई, जिसमें खावड़ा, गुजरात में 2,463 मेगावॉट, राजस्थान में 1,050 मेगावॉट और आंध्र प्रदेश में 250 मेगावॉट शामिल हैं। इसके अलावा, खावड़ा में 585 मेगावॉट पवन और 534 मेगावॉट सोलर-विंड हाइब्रिड क्षमता भी जोड़ी गई।


  • ऊर्जा बिक्री: मजबूत क्षमता विस्तार और बेहतर परिचालन प्रदर्शन के चलते ऊर्जा बिक्री में वर्ष दर वर्ष 42% की वृद्धि दर्ज की गई।

  • परिचालन में उत्कृष्टता: एजीईएल का संचालन और रखरखाव (ओ एंड एम) अत्याधुनिक डेटा विश्लेषण, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है, जिसमें हमारे संचालन और रखरखाव साझेदार अदाणी इंफ्रा मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (एआईएमएसएल) की सक्रिय भागीदारी है।
  • प्रतिबद्धताओं से आगे: एजीईएल लगातार अपनी विद्युत आपूर्ति प्रतिबद्धताओं से अधिक बिजली का उत्पादन कर रही है। पहली तिमाही, वित्त वर्ष 26 में, एजीईएल की पीपीए आधारित विद्युत उत्पादन उसकी वार्षिक प्रतिबद्धता का 31% रहा।

  • संचालन और रखरखाव दक्षता: देशभर के नवीकरणीय संयंत्रों की वास्तविक समय में निगरानी के लिए एनर्जी नेटवर्क ऑपरेशन सेंटर जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। इससे संयंत्रों की उच्च उपलब्धता बनी रही, जिससे विद्युत उत्पादन में वृद्धि और संचालन और रखरखाव लागत में गिरावट दर्ज की गई। इसका परिणाम रहा कि कंपनी ने 92% का उद्योग में अग्रणी एबिट्डा मार्जिन हासिल किया। हाल ही में, एजीईएल को सीआईआई परफॉर्मेंस एक्सीलेंस अवॉर्ड्स 2025 से सम्मानित किया गया, जो नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में हमारी प्रतिबद्धता, नवाचार और उत्कृष्टता का प्रमाण है।

दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र का खावड़ा में हो रहा विकास

  • दुनिया का सबसे बड़ा पॉवर प्लांट: एजीईएल गुजरात के खावड़ा में 30 गीगावॉट की विशाल नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना तैयार कर रही है, जो लगभग 538 वर्ग किलोमीटर में फैली है, यानि पेरिस शहर से पाँच गुना बड़ी। यह परियोजना, अल्ट्रा मेगा नवीकरणीय ऊर्जा प्लांट्स के विकास में एक वैश्विक मिसाल बनेगी।
  • रिकॉर्ड समय में निर्माण कार्य: खावड़ा में अब तक एजीईएल ने 5.6 गीगावॉट की सौर, पवन और हाइब्रिड उत्पादन क्षमता चालू कर दी है। मजबूत मानव संसाधन, स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला और उन्नत तकनीकों जैसे रोबोटिक सोलर मॉड्यूल इंस्टॉलेशन की मदद से एजीईएल इस परियोजना को 2029 तक 30 गीगावॉट तक पहुँचाने के लक्ष्य पर तेजी से बढ़ रही है।

  • अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल: यह संयंत्र बाईफेशियल सोलर मॉड्यूल और ट्रैकर जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करता है, जिससे बिजली उत्पादन अधिकतम होता है। इसमें भारत का सबसे बड़ा 5.2 मेगावॉट का पवन टरबाइन भी लगाया गया है, जो विश्व के सबसे शक्तिशाली ऑनशोर टरबाइन्स में से एक है। पूरे संयंत्र में वॉटरलेस रोबोटिक क्लीनिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे न सिर्फ पानी की बचत होती है, बल्कि बिजली उत्पादन भी बढ़ता है।

पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक (ईएसजी) नेतृत्व

  • ईएसजी के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को पहचान मिली:
    • एजीईएल अब एफटीएसई रसेल ईएसजी स्कोर में वैकल्पिक बिजली उत्पादन उपक्षेत्र में दुनिया में पहले स्थान पर है।
    • रॉयटर्स ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन अवॉर्ड्स 2025 में लो कार्बन एनर्जी जनरेशन श्रेणी में एजीईएल की परियोजनाओं को 'हाईली कमेंडेड प्रोजेक्ट्स' का खिताब मिला।
    • एनएसई सस्टेनेबिलिटी रेटिंग्स और क्रिसिल ईएसजी रेटिंग्स की हालिया रिपोर्ट में एजीईएल को भारत के पॉवर सेक्टर में सबसे उच्च ईएसजी स्कोर प्राप्त हुआ है।

अन्य रिलीज़

एईएल
सितम्बर 22, 2024
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