अदाणी समूह की कच्छ कॉपर लिमिटेड आईसीए में हुई शामिल

वॉशिंगटन डी.सी. -16 जनवरी 2025: अदाणी ग्रुप की कंपनी कच्छ कॉपर लिमिटेड, इंटरनेशनल कॉपर एसोसिएशन (आईसीए) की नई सदस्य बन गई है। आईसीए एक नॉन प्रॉफिट ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन है, जो दुनिया के आधे से अधिक कॉपर उत्पादन का प्रतिनिधित्व करती है। इसका मुख्यालय वॉशिंगटन डी.सी. में स्थित है। इसमें छह महाद्वीपों से 33 सदस्य शामिल हैं। कच्छ कॉपर, गुजरात के मुंद्रा में स्थित है। अदाणी एंटरप्राइजेज पहले फेज में 0.5 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की क्षमता के साथ कॉपर स्मेल्टर स्थापित करने के लिए लगभग 1.2 बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। इस प्लांट में कॉपर कैथोड, रॉड्स और बाई प्रोडक्ट भी बनाए जाएंगे, जिससे भारत को कॉपर उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी।

कच्छ कॉपर के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. विनय प्रकाश ने आईसीए से शामिल होने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "भारत आने वाले दशकों में कॉपर और इसके उत्पादों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनने की ओर अग्रसर है। हमें विश्वास है कि आईसीए की सदस्यता हमें स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी) पहल में सक्रिय योगदान देने और कॉपर क्षेत्र में नए और इनोवेटिव प्रोडक्ट के विकास में मदद करेगी। हम वैश्विक कॉपर कम्युनिटी के साथ मिलकर इस जरुरी धातु की वैल्यू चैन को मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए उत्साहित हैं, जो नेट ज़ीरो लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाती है।"

आईसीए के प्रेसिडेंट और सीईओ जुआन इग्नासियो डियाज़ ने इस साझेदारी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, "हमें अदाणी मेटल्स कच्छ कॉपर लिमिटेड को अपने कम्युनिटी में शामिल करते हुए खुशी हो रही है। इनोवेटिव और सस्टेनेबल कॉपर उत्पादन को बढ़ावा देने में उनके प्रयास हमारे सामूहिक मिशन को मजबूत करते हैं, जिसमें ग्लोबल डीकार्बनाइजेशन के लिए आवश्यक तकनीकों और इन्फ्रास्ट्रक्चर को सक्षम बनाना शामिल है। उनकी उपस्थिति से उन क्षेत्रों में कॉपर के विकास को समर्थन मिलेगा, जहां इसके प्रमुख उपयोग बढ़ रहे हैं।"

आईसीए बोर्ड के चेयरमैन और ग्लेनकोर के स्टीफन रोवलैंड ने कहा,"आईसीए में केसीएल की सदस्यता स्थायी सिस्टम को बढ़ावा देने और कॉपर के नए उपयोग विकसित करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है। हम उनके साथ मिलकर उद्योग में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयासों का समर्थन करने के लिए उत्साहित हैं।"

दूसरे फेज की सफलता के बाद, कच्छ कॉपर की कुल उत्पादन क्षमता 1 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) हो जाएगी, जिससे यह दुनिया के सबसे बड़े सिंगल-लोकेशन कस्टम कॉपर स्मेल्टर्स में से एक बन जाएगा। कंपनी उन्नत तकनीक और डिजिटलाइजेशन का उपयोग करते हुए उच्च पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासनिक (ईएसजी) मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। अपनी फॉरवर्ड इंटीग्रेशन स्ट्रैटेजी के हिस्से के रूप में, कच्छ कॉपर अपनी उत्पाद श्रेणी में कॉपर ट्यूब्स जोड़ने पर भी काम कर रहा है।

अन्य रिलीज़

एईएल
सितम्बर 22, 2024
Scroll to top