अदाणी ग्रुप की दुनिया के सबसे बड़े सिंगल-साइट बीईएसएस प्रोजेक्ट के साथ बैटरी एनर्जी स्टोरेज सेक्टर में एंट्री

अहमदाबाद, 11 नवम्बर, 2025: अदाणी ग्रुप ने बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम यानि बीईएसएस सेक्टर में प्रवेश करते हुए, 1126 मेगावाट / 3530 मेगावाट-घंटे का प्रोजेक्ट शुरू करने की घोषणा की है। इस बीईएसएस प्रोजेक्ट की बिजली क्षमता 1126 मेगावाट और ऊर्जा क्षमता 3530 मेगावाट-घंटे होगी। यानि यह सिस्टम करीब 3 घंटे तक 1126 मेगावाट बिजली संग्रहित कर सकेगा। इस प्रोजेक्ट में 700 से ज्यादा बीईएसएस कंटेनर्स लगाए जाएँगे, ऐसे में यह भारत में सबसे बड़ा बीईएसएस इंस्टॉलेशन और दुनिया के सबसे बड़े एकल स्थान पर स्थापित बीईएसएस प्रोजेक्ट्स में से एक होगा।

यह रणनीतिक पहल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है। यह 24 घंटे स्वच्छ बिजली की उपलब्धता बढ़ाने और देश को लो-कार्बन भविष्य की ओर ले जाने में मदद करेगा। बीईएसएस पीक लोड के दबाव को कम करने, ट्रांसमिशन जाम घटाने और सौर ऊर्जा की बर्बादी रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे ग्रिड की विश्वसनीयता और कार्यक्षमता दोनों बेहतर होंगी।

खावड़ा स्थित दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट के रूप में यह प्रोजेक्ट वर्तमान में अपने उन्नत चरण में है। इस प्रोजेक्ट को अत्याधुनिक लिथियम-आयन बैटरी तकनीक से तैयार किया जा रहा है और इसे आधुनिक ऊर्जा प्रबंधन प्रणालियों से जोड़ा जा रहा है, ताकि इसका इष्टतम प्रदर्शन और विश्वसनीयता दोनों बनी रहें। यह प्रोजेक्ट पीक लोड मैनेजमेंट और ऊर्जा संतुलन में मदद करेगा, जिससे बिजली क्षेत्र को डीकार्बनाइज करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। यह अग्रणी प्रोजेक्ट दुनिया की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा में एक मजबूत आधार बनेगा, जो ग्रिड स्थिरता, रिन्यूएबल एनर्जी के बेहतर उपयोग और 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। इससे खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी संयंत्र दुनिया का सबसे बड़ा ऊर्जा और स्टोरेज पार्क बन जाएगा।

ऊर्जा परिवर्तन की दिशा में एक रणनीतिक कदम

अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, " एनर्जी रिजर्व, रिन्यूएबल एनर्जी से संचालित भविष्य की आधारशिला है। इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट के साथ हम न सिर्फ वैश्विक स्तर पर नए मानक तय कर रहे हैं, बल्कि भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता और सस्टेनेबल डेवलपमेंट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी मजबूत कर रहे हैं। यह पहल हमें बड़े पैमाने पर विश्वसनीय, स्वच्छ और किफायती ऊर्जा समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाएगी।" इस रणनीतिक कदम के साथ अदाणी ग्रुप अब उन वैश्विक ऊर्जा कंपनियों की श्रेणी में शामिल हो गया है, जो बड़े पैमाने पर स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश कर रही हैं। यह भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा में एक परिवर्तनकारी पड़ाव साबित होगा।

योजना: वित्त वर्ष 2027 तक 15 गीगावाट-घंटे और पाँच वर्षों में 50 गीगावाट-घंटे का लक्ष्य

इस प्रमुख प्रोजेक्ट के आधार पर अदाणी ग्रुप ने अपनी एनर्जी रिजर्व क्षमता बढ़ाने के लिए एक स्पष्ट और महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है। ग्रुप का लक्ष्य मार्च 2027 तक अतिरिक्त 15 गीगावाट-घंटे बीईएसएस क्षमता जोड़ने का है, जबकि अगले पाँच वर्षों में कुल 50 गीगावाट-घंटे तक पहुँचने की योजना है। यह लक्ष्य अदाणी ग्रुप की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके तहत वह भारत के नेट-ज़ीरो लक्ष्यों और वैश्विक जलवायु संकल्पों के अनुरूप एक मजबूत और भविष्य के लिए तैयार ऊर्जा तंत्र विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है।

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