प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “मुंबई का वर्षों पुराना इंतज़ार आज समाप्त हुआ है। अब मुंबई को उसका दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट मिल गया है। नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट इस पूरे क्षेत्र को एशिया का सबसे बड़ा कनेक्टिविटी हब बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।”
उन्होंने कहा, “यह एयरपोर्ट ‘विकसित भारत’ की परिकल्पना का सजीव उदाहरण है। यह छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि पर बना है और इसका कमल-प्रेरित डिज़ाइन हमारी संस्कृति और समृद्धि का जीवंत प्रतीक है। यह एयरपोर्ट महाराष्ट्र के किसानों को सीधे यूरोप और मध्य पूर्व के सुपरमार्केट्स से जोड़ेगा, जिससे हमारे किसानों, मछुआरों और बागवानों की ताज़ी उपज वैश्विक बाज़ारों तक तेज़ी से पहुँचेगी। साथ ही यह सूक्ष्म और लघु उद्योगों के लिए लॉजिस्टिक लागत को घटाएगा और नए निवेश तथा उद्योगों की राह खोलेगा। महाराष्ट्र और मुंबई के सभी नागरिकों को मैं इस एयरपोर्ट के उद्घाटन पर हार्दिक बधाई देता हूँ।”