अहमदाबाद, 28 अक्टूबर, 2025: भारत की सबसे बड़ी और तेज़ी से बढ़ती नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी, अदाणी ग्रीन
एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त अवधि के वित्तीय परिणाम जारी किए। इस दौरान, कंपनी ने मज़बूत
प्रदर्शन और शानदार वृद्धि दर्ज की।.
वित्तीय प्रदर्शन- वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही और पहली छमाही (Rs. in crore)
| विवरण |
त्रैमासिक प्रदर्शन |
अर्धवार्षिक प्रदर्शन |
| Q2 FY25 |
Q2 FY26 |
% change |
H1 FY25 |
H1 FY26 |
% change |
| विद्युत आपूर्ति से राजस्व |
2,308 |
2,776 |
20% |
4,836 |
6,088 |
26% |
| पावर सप्लाई से एबिटडा 1 |
2,143 |
2,543 |
19% |
4,518 |
5,651 |
25% |
| एबिटडा बिजली आपूर्ति से (%) |
91.7% |
90.5% |
|
92.2% |
91.8% |
|
| नकद लाभ 2 |
1,252 |
1,349 |
8% |
2,646 |
3,094 |
17% |
कंपनी की आय, एबिट्डा और नकद लाभ में तेज़ वृद्धि हुई है। यह वृद्धि 5.5 गीगावॉट की नई क्षमता जोड़ने, उन्नत तकनीक
अपनाने, संयंत्रों के बेहतर प्रदर्शन और गुजरात के खावड़ा तथा राजस्थान में नई परियोजनाओं के शुरू होने से संभव हुई।
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के सीईओ आशीष खन्ना ने कहा, "वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में हमने 2.4 गीगावाट क्षमता जोड़ी
है। हम इस वर्ष के अंत तक 5 गीगावॉट जोड़ने के लक्ष्य की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं और 2030 तक 50 गीगावाट का लक्ष्य हासिल
करने की दिशा में अग्रसर हैं। हमारी टीम के सतत प्रयासों से गुजरात के खावड़ा में 30 गीगावाट की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा
परियोजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है। सितंबर 2025 तक हमारी कुल परिचालन क्षमता 16.7 गीगावाट हो चुकी है, जो भारत में सबसे
अधिक है। हमने 19.6 अरब यूनिट स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन किया है, जो पूरे वर्ष के लिए क्रोएशिया जैसे देश को बिजली दे
सकती है। हम लगातार नई तकनीकों को अपनाकर दक्षता, सुरक्षा और प्रोजेक्ट के निष्पादन में सुधार कर रहे हैं। हमारी ईएसजी
पहलों की सराहना इस बात का प्रमाण है कि हम सतत विकास और भारत के ऊर्जा परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
क्षमता वृद्धि और परिचालन प्रदर्शन- वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही
- परियोजना विकास में उत्कृष्टता: एजीईएल ने लगातार अपनी नई हरित परियोजनाओं की क्षमता बढ़ाई है। यह
प्रगति बेहतर संसाधन योजना, इंजीनियरिंग और सप्लाई चेन मैनेजमेंट के साथ हासिल हुई है। इन परियोजनाओं का प्रबंधन,
क्रियान्वयन और आश्वासन हमारे पार्टनर अदाणी इंफ्रा इंडिया लिमिटेड (एआईआईएल) के सहयोग से किया गया है।
- परिचालन क्षमता: परिचालन क्षमता में 49% की मजबूत सालाना वृद्धि हुई है और यह 16.7 गीगावाट तक
पहुँच गई है, जिससे हम अपने 50 गीगावाट के लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
एजीईएल ने वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में 2,437 मेगावाट नई हरित क्षमता जोड़ी, जो पूरे वित्त वर्ष 25 में हुई
कुल क्षमता वृद्धि का 74% है। पिछले एक वर्ष में कुल 5,496 मेगावाट नई परियोजनाएँ जोड़ी गईं, जिनमें 4,200
मेगावाट सोलर क्षमता (2,900 मेगावाट खावड़ा, गुजरात में; 1,050 मेगावाट राजस्थान में; और 250 मेगावाट आंध्र
प्रदेश में); 491 मेगावाट विंड क्षमता खावड़ा में और 805 मेगावाट सोलर-विंड हाइब्रिड क्षमता खावड़ा में शामिल हैं।
- ऊर्जा बिक्री: मजबूत क्षमता वृद्धि और उत्कृष्ट परिचालन प्रदर्शन के कारण, साल-दर-साल 39% की
वृद्धि दर्ज की गई।
- परिचालन उत्कृष्टता: एजीईएल के संचालन और रखरखाव (ओ एंड एम) में उन्नत डाटा एनालिटिक्स, मशीन
लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जा रहा है। यह कार्य हमारे ओ एंड एम पार्टनर, अदाणी इंफ्रा
मैनेजमेंट सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड (एआईएमएसएल) के सहयोग से किया जा रहा है।
- प्रतिबद्धताओं से बेहतर प्रदर्शन: एजीईएल ने लगातार अपनी बिजली उत्पादन प्रतिबद्धताओं से अधिक
उत्पादन किया है। वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में, एजीईएल का बिजली उत्पादन, पॉवर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) के तहत
की गई वार्षिक प्रतिबद्धता का 57% रहा।
- ओ एंड एम दक्षता: एजीईएल का ओ एंड एम अत्याधुनिक तकनीक द्वारा संचालित है। ऊर्जा नेटवर्क ऑपरेशन
सेंटर देशभर में नवीकरणीय संयंत्रों की रीयल-टाइम निगरानी सुनिश्चित करता है। इससे संयंत्रों की उपलब्धता में निरंतर
सुधार हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप बिजली उत्पादन में वृद्धि और ओ एंड एम लागत में कमी आई है। इसके चलते एजीईएल ने
92% का उद्योग में अग्रणी एबिट्डा मार्जिन हासिल किया है। हाल ही में, एजीईएल को खावड़ा परियोजना के लिए एमएनआरई
द्वारा मेरकॉम रिन्यूएबल्स समिट 2025 में 'सर्वश्रेष्ठ पवन परियोजना' पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े नवीकरणीय ऊर्जा संयंत्र का विकास
- दुनिया का सबसे बड़ा पॉवर प्लांट: अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) गुजरात के खावड़ा में 30
गीगावाट की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना पर तेज़ी से काम कर रही है। यह परियोजना 538 वर्ग किलोमीटर में फैली
है, जो पेरिस शहर से करीब पाँच गुना बड़ी है। यह परियोजना पूर्ण होने पर न सिर्फ, भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए
स्वच्छ ऊर्जा का सबसे बड़ा प्रतीक बनेगी।
- तेज़ निर्माण प्रगति: वर्तमान में खावड़ा में 7.1 गीगावाट की परिचालन क्षमता है, जिसमें सौर, पवन
और हाइब्रिड संयोजन शामिल हैं। मजबूत मानव संसाधन, स्थानीय सप्लाई चेन और रोबोटिक सोलर मॉड्यूल इंस्टॉलेशन जैसी
आधुनिक तकनीकों के साथ, एजीईएल 2029 तक खावड़ा में 30 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने की दिशा में आगे बढ़
रहा है। यह परियोजना इतने बड़े पैमाने पर तेज़ी से काम पूरा करने के लिए एक नया वैश्विक उदाहरण बनेगी।
- सबसे उन्नत नवीकरणीय तकनीक का उपयोग: इस संयंत्र में नवीनतम बाइफेशियल सोलर मॉड्यूल और ट्रैकर्स का
उपयोग किया जा रहा है, ताकि बिजली उत्पादन को अधिकतम किया जा सके। यहाँ भारत की सबसे बड़ी 5.2 मेगावाट की पवन टरबाइन
भी लगाई गई है, जो विश्व की सबसे शक्तिशाली ऑनशोर पवन टरबाइन्स में से एक है। पूरे संयंत्र में वॉटरलेस रोबोटिक
क्लीनिंग तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे पानी की लगभग शून्य खपत होती है और बिजली उत्पादन में भी बढ़ोतरी
होती है।
ईएसजी नेतृत्व:
- ईएसजी प्रतिबद्धता के लिए निरंतर सम्मान:
- एजीईएल को सस्टेनालिटिक्स की नवीनतम ईएसजी रैंकिंग में भारत में पहला और वैश्विक स्तर पर सातवाँ स्थान मिला है।
- एजीईएल को ईटी एनर्जी लीडरशिप अवॉर्ड्स 2025 में 'एनर्जी ट्रांज़िशन कंपनी' और 'एनर्जी कंपनी ऑफ द ईयर-
रिन्यूएबल्स' के सम्मान से नवाज़ा गया।