अहमदाबाद, 24 जुलाई, 2025: अदाणी ग्रुप की विविध वैश्विक पोर्टफोलियो का हिस्सा और भारत की सबसे बड़ी
निजी ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने आज 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही
के लिए अपने वित्तीय और परिचालन परिणामों की घोषणा की। स्मार्ट मीटरिंग पोर्टफोलियो में भी कंपनी की उल्लेखनीय
हिस्सेदारी है। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के सीईओ कंदर्प पटेल ने कहा, "हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इस तिमाही में
भी हमारा प्रदर्शन मजबूत रहा है। जमीनी स्तर पर कुशल क्रियान्वयन और संचालन एवं रखरखाव (ऑपरेशन्स व मेंटेनेंस) पर हमारा
फोकस प्रोजेक्ट कैपेक्स में निरंतर प्रगति का आधार बना हुआ है। हमारा ध्यान अपने प्रमुख बिज़नेस क्षेत्रों में छिपी
विकास संभावनाओं को अनलॉक करने पर है।
इस तिमाही के दौरान कंपनी ने तीन नई ट्रांसमिशन लाइनों को चालू करने में महत्वपूर्ण प्रगति की और स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन
में इंडस्ट्री की अग्रणी डेली रन-रेट हासिल की। हम न सिर्फ इस गति को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं, बल्कि निर्माणाधीन
प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने की दिशा में अपनी कोशिशों को और तेज़ करेंगे। बिजनेस आउटलुक की बात करें, तो यह सेक्टर
अपार संभावनाओं से परिपूर्ण है, जिसे रेगुलेटरी समर्थन, बिजली की लगातार बढ़ती माँग और ऊर्जा मिश्रण में आ रहे बदलाव
जैसे मजबूत कारक और भी मजबूती दे रहे हैं। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस अपनी जोखिम-प्रतिफल रणनीति और पूँजी आवंटन नीति के तहत
इन नए अवसरों को भुनाने को लेकर बेहद उत्साहित है। हमें उम्मीद है कि मॉनसून के बाद दूसरी तिमाही से कंपनी के पूँजीगत
व्यय (कैपेक्स) और नई बोलियों की गतिविधियों में तेज़ बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।"
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही के प्रमुख बिंदु:
समेकित वित्तीय प्रदर्शन: (करोड़ रुपए)
विवरण |
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही |
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही |
सालाना % |
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही |
तिमाही दर तिमाही% |
परिचालन राजस्व |
4,600 |
4,623 |
-0.5% |
4,116 |
11.8% |
कुल आय |
7,026^ |
5,490^ |
28.0% |
6,596^ |
6.5% |
परिचालन एबिट्डा |
1,615 |
1,628 |
-0.8% |
1,757 |
-8.1% |
कुल एबिट्डा |
2,017 |
1,762# |
14.5% |
2,262 |
-10.8% |
पीएटी |
539 |
315# |
70.9% |
714 |
-24.5% |
समायोजित पीएटी |
539 |
315# |
70.9% |
566* |
-4.7% |
नकद लाभ |
1,043 |
908# |
14.8% |
1,358 |
-23.2% |
टिप्पणियाँ:
-
कुल आय= संचालन से प्राप्त राजस्व + सेवा अनुबंध (एससीए) परिसंपत्तियों / ईपीसी / व्यापारिक वस्तुओं से आय + एकमुश्त आय/व्यय + अन्य आय।
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कुल एबिट्डा= संचालन एबिट्डा + अन्य आय + एकमुश्त नियामकीय आय, जिसमें सीएसआर व्यय को समायोजित किया गया है।
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कैश प्रॉफिट की गणना= कर उपरांत लाभ (पीएटी) + मूल्यह्रास और अमूर्त परिसंपत्तियों की हानि + स्थगित कर + विकल्प आधारित बाज़ार मूल्य हानि (एमटीएम)।
-
^वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में एससीए से 1,924 करोड़ रुपए की आय शामिल है, जबकि वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में यह 646 करोड़ रुपए थी और चौथी तिमाही में 1,804 करोड़ रुपए रही।
-
#यह आँकड़ा दहानू विद्युत संयंत्र के अलगाव (कार्व-आउट) से जुड़े एक विशेष आइटम 1,506 करोड़ रुपए को समायोजित कर प्रस्तुत किया गया है।
-
*वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में ट्रांसमिशन और वितरण (टीएंडडी) खंडों में 148 करोड़ रुपए की नियामकीय आय को समायोजित किया गया है।
राजस्व :
-
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में कुल आय 7,026 करोड़ रुपए रही, जिसमें 28% की बढ़ोतरी स्थिर संचालन, एससीए, ईपीसी और कोष से आय के चलते हुई।
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4,600 करोड़ रुपए की संचालन से आय सालाना आधार पर स्थिर रही; हाल ही में चालू हुई ट्रांसमिशन परिसंपत्तियों (एमपी-II, खावड़ा चरण-दो-ए, केपीएस–1, सांगोद) से सीमित योगदान मिला, जिसे लागत आधारित परिसंपत्तियों में सामान्य गिरावट ने संतुलित किया।
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हाल में चालू हुई ट्रांसमिशन परिसंपत्तियों का योगदान अगली तिमाही से साफ तौर पर बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, वितरण क्षेत्र से राजस्व थोड़ा नरम रहा क्योंकि मुंबई में मानसून जल्दी आ गया, जिससे खपत की मात्रा में वृद्धि नहीं हो पाई।
एबिट्डा:
-
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में समेकित एबिट्डा 2,017 करोड़ रुपए रहा, जिसमें 14% की बढ़त दर्ज की गई। यह ट्रांसमिशन और वितरण से स्थिर आय, स्मार्ट मीटर, ईपीसी और अन्य आय में बढ़त के कारण हुआ।
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परिचालन एबिट्डा 1,615 करोड़ रुपए पर सालाना आधार पर स्थिर रहा। मुंबई वितरण कारोबार में दहानू यूनिट के पृथक्करण से अधिक अवमूल्यन और 341 करोड़ रुपए के पूँजीगत व्यय की तुलना में कम पूँजीकरण हुआ, जिससे स्मार्ट मीटर कारोबार का एबिट्डा योगदान संतुलित हो गया। ट्रांसमिशन एबिट्डा भी स्थिर रहा और 92% का अग्रणी परिचालन एबिट्डा मार्जिन बनाए रखा।
पीएटी:
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 539 करोड़ रुपए रहा, जो साल-दर-साल 71% बढ़ा। यह कुल एबिट्डा में दो अंकों की वृद्धि, 33 करोड़ रुपए कम अवमूल्यन और 19 करोड़ रुपए कम कर भुगतान के कारण संभव हो पाया।
खंडवार वित्तीय विशेषताएँ: (करोड़ रुपए)
खंड |
विवरण |
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही |
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही |
सालाना % |
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही |
तिमाही दर तिमाही % |
संचरण खंड |
परिचालन राजस्व |
1,172 |
1,174 |
-0.2% |
1,213 |
-3.4% |
परिचालन एबिट्डा |
1,070 |
1,073 |
-0.2% |
1,108 |
-3.4% |
एबिट्डा |
1,288 |
1,148 |
12.2% |
1,326 |
-2.8% |
संचरण |
परिचालन राजस्व |
3,360 |
3,372 |
-0.4% |
2,875 |
16.9% |
परिचालन एबिट्डा |
493 |
534 |
-7.6% |
634 |
-22.3% |
एबिट्डा |
630 |
592# |
6.4% |
873 |
-27.8% |
टिप्पणियाँ: #दहानू पॉवर प्लांट के पृथक्करण के कारण इंड एएस 105 के अनुसार 1,506 करोड़ रुपए के विशेष मद को समायोजित किया गया है; केटीएल- खावड़ा फेज-II पार्ट-ए; केपीएस 1- खावड़ा पूलिंग स्टेशन- 1; एसटीएसएल- सांगोद ट्रांसमिशन; एईएमएल- अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड; एमयूएल- एमपीएसईजेड (मुंद्रा) यूटिलिटी लिमिटेड।
खंडवार प्रमुख परिचालन विशेषताएँ:
विवरण |
वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही |
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही |
ट्रांसमिशन व्यवसाय |
|
|
औसत उपलब्धता (%) |
99.8% |
99.7% |
जोड़ा गया ट्रांसमिशन नेटवर्क (सीकेएम) |
79 |
190 |
कुल ट्रांसमिशन नेटवर्क (सीकेएम) |
26,696 |
21,187 |
वितरण व्यवसाय (एईएमएल) |
|
|
आपूर्ति विश्वसनीयता (%) |
99.99% |
99.99% |
वितरण हानि (%) |
4.24% |
5.18% |
बेची गई इकाइयाँ (एमयू) |
2,939 |
2,962 |
वितरण व्यवसाय (एमयूएल) |
|
|
बेची गई इकाइयाँ (एमयू) |
271 |
226 |
स्मार्ट मीटरिंग व्यवसाय |
|
|
स्थापित मीटर (लाखों में) |
24.08 |
1.69 |
संचयी स्थापित मीटर (लाखों में) |
55.44 |
3.10 |
ट्रांसमिशन व्यवसाय:
-
कंपनी ने इस तिमाही में शानदार परिचालन प्रदर्शन दर्ज किया, जहाँ औसत सिस्टम उपलब्धता 99.8% से अधिक रही। मजबूत लाइन उपलब्धता के चलते 29 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन आय प्राप्त हुई, जो प्रभावी संचालन और रखरखाव प्रणाली को दर्शाती है।
-
इस तिमाही में कंपनी ने खवड़ा फेज-II पार्ट-A, केपीएस-1 और सांगोद परियोजनाओं का पूर्ण रूप से संचालन शुरू कर दिया।
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परिचालन नेटवर्क में 79 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन नेटवर्क जोड़ा गया, जिससे कुल ट्रांसमिशन नेटवर्क 26,696 सर्किट किलोमीटर हो गया।
डिस्ट्रीब्यूशन व्यवसाय (एईएमएल मुंबई और एमयूएल मुंद्रा):
-
मुंबई का डिस्ट्रीब्यूशन व्यवसाय एईएमएल, मानसून की जल्दी शुरुआत के चलते 2,939 मिलियन यूनिट पर स्थिर रहा।
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एईएमएल में डिस्ट्रीब्यूशन लॉस अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर 4.24% पर दर्ज किया गया।
सेगमेंटवार प्रगति और भविष्य की रूपरेखा:
ट्रांसमिशन:
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59,304 करोड़ रुपए की लागत वाली 13 परियोजनाओं का निर्माण कार्य वर्तमान में प्रगति पर है।
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कंपनी को वित्त वर्ष 2025-26 में नॉर्थ करणपुरा, डब्ल्यूआरएसआर (नरेंद्र-पुणे), मुंबई एचवीडीसी और खवड़ा फेज-III-ए (हालवद) को पूरी तरह चालू करने की उम्मीद है, इसके अलावा पहली तिमाही में चालू की गई तीन लाइनों को भी जोड़ा जाएगा।
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निकट भविष्य में ट्रांसमिशन टेंडरिंग पाइपलाइन मजबूत बनी हुई है, जो लगभग 89,864 करोड़ रुपए की लागत की है, जिसमें दो बड़े एचवीडीसी प्रोजेक्ट भी शामिल हैं।
डिस्ट्रीब्यूशन:
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डिस्ट्रीब्यूशन व्यवसाय ने स्थिर प्रदर्शन दर्ज किया। एईएमएल की रेग्युलेटेड एसेट बेस (आरएबी) 9,433 करोड़ रुपए रही (5,024 करोड़ रुपए इक्विटी और 4,409 करोड़ रुपए ऋण), जो पहली तिमाही में वार्षिक आधार पर 13% की वृद्धि को दर्शाती है।
स्मार्ट मीटर:
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वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के अंत तक कुल 55.4 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। कंपनी की योजना इस वर्ष कम से कम 70 लाख नए मीटर लगाने की है, जिससे वित्त वर्ष के अंत तक कुल आँकड़ा लगभग 1 करोड़ तक पहुँच जाएगा।
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वर्तमान में 22.8 मिलियन स्मार्ट मीटर की कार्यान्वयनाधीन परियोजनाएँ प्रगति पर हैं, जो नौ प्रोजेक्ट्स में विभाजित हैं और 27,195 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व अर्जित करने की क्षमता रखती हैं।
ईएसजी अपडेट्स:
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जुलाई 2025 में सस्टेनालिटिक्स द्वारा एईएसएल का ईएसजी स्कोर 'मीडियम रिस्क' श्रेणी में 27.9 से बेहतर होकर 25.1 हो गया, जो वैश्विक इलेक्ट्रिक यूटिलिटी इंडस्ट्री के औसत 36.9 से बेहतर है।
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एफटीएसई ने जून 2025 में एईएसएल को एफटीएसई4गुड इंडेक्स सीरीज़ का हिस्सा बनाए रखा है, जिसका ईएसजी स्कोर 4.4 रहा, जो इंडस्ट्री औसत 2.9 से कहीं ऊपर है और कंपनी को वैश्विक शीर्ष 6 उपयोगिताओं में स्थान मिला। कंपनी ने गवर्नेंस में 5/5, सोशल में 4.3/5 और एन्वायर्नमेंट में 4/5 स्कोर प्राप्त किया।
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सीडीपी सप्लाई चेन 2024 स्कोर बी (मैनेजमेंट बैंड) से सुधरकर -ए (लीडरशिप बैंड) हो गया है।
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एईएमएल ने 'प्रवर्तक' इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2025 का आयोजन किया, जिसमें ग्रीन बिल्डिंग्स, ईवी इन्फ्रास्ट्रक्चर, बस डक्ट टेक्नोलॉजी और सेंट्रलाइज़्ड कूलिंग सिस्टम जैसे नवाचारों पर चर्चा हेतु इंडस्ट्री लीडर्स, विशेषज्ञों और ग्राहकों को आमंत्रित किया गया।