मुंबई, 28 जनवरी 2025: छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (सीएसएमआईए) के संचालक मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) टर्मिनल 1 के पुनर्विकास के साथ मुंबई हवाई अड्डे को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए तैयार हैं। यह महत्वाकांक्षी परियोजना पैसेंजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाएगी और सस्टेनेबिलिटी और इनोवेशन में एक अभूतपूर्व मानक स्थापित करेगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, टर्मिनल 1 हर साल 20 मिलियन यात्रियों (एमपीपीए) को संभालने में सक्षम होगा, जो इसकी वर्तमान क्षमता से 42% अधिक है। यह मुंबई के गतिशील विकास को दर्शाता है।
मुंबई एक इंटरनेशनल एविएशन हब के रूप में उभरता जा रहा है, यह नया टर्मिनल दो मिलियन वर्ग फुट से अधिक के बिल्ट-अप एरिया के साथ डिजिटलीकरण और उपभोक्ता सुविधा का प्रतीक बनने के लिए तैयार है। टर्मिनल 1 का पुनर्विकास विभिन्न चरणों में किया जाएगा ताकि हवाई अड्डा संचालन में व्यवधान को कम किया जा सके।
प्रारंभिक चरण नवंबर 2025 से शुरू होगा, जिसमें पुराने ढांचे को तोड़कर नए टर्मिनल का निर्माण शुरू किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान, एमआईएएल यह सुनिश्चित करेगा कि यात्री सुविधा और सुरक्षा प्राथमिकता बनी रहे। निर्माण के दौरान, सीएसएमआईए टर्मिनल 2 और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा , जो 2025 में चालू होने वाला है यात्रियों और उड़ानों की अतिरिक्त मांग को पूरा करेंगे। साथ में, हवाई अड्डे मुंबई शहर और मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए यात्रियों और उड़ान कार्यक्रमों को समायोजित करेंगे।
अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड के निदेशक जीत अदाणी ने कहा," सीएसएमआईए में टीम दैनिक संचालन और बेहतर यात्री अनुभव को सुनिश्चित करने के लिए हमारे हितधारकों के साथ प्रयास कर रही है। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि हमारे यात्रियों को वह सभी सेवा मिले जिसकी उन्हें अपेक्षा है।"
पर्यावरण के अनुकूल एयरपोर्ट डिजाइन के लिए ग्लोबल बेंचमार्क
2028-29 तक पूरा होने वाला, नया टर्मिनल 1, पर्यावरण अनुकूल एयरपोर्ट डिजाइन के लिए एक ग्लोबल बेंचमार्क स्थापित करते हुए, स्थायी इनोवेशन के स्तंभ के रूप में खड़ा होगा। टर्मिनल 1 को सीएसएमआईए पर भारत का पहला ब्राउनफील्ड, बायोफिलिक, स्थाई हवाई अड्डा बनने की योजना है।
यात्री सुविधा और अनुभव नए टर्मिनल 1 डिजाइन का मूल आधार है। इसमें शामिल होंगे:
चरणबद्ध बदलाव और यात्री-केंद्रित दृष्टिकोण
नवंबर 2025 से, टर्मिनल 1 का पुनर्निर्माण सावधानीपूर्वक योजना के तहत चरणों में किया जाएगा, जिससे न्यूनतम बाधा सुनिश्चित हो। निर्माण कार्य के दौरान, टर्मिनल 2 (टर्मिनल 2) अतिरिक्त यातायात का भार संभालेगा। डिजीयात्रा, सेल्फ-बैगेज ड्रॉप और ई-गेट्स जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग यात्रियों की सहज आवाजाही सुनिश्चित करेगा, चाहे भीड़भाड़ कितनी भी हो। यात्रियों की सहायता के लिए प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त सेवा कर्मियों को तैनात किया जाएगा। एयरलाइंस और अन्य हितधारकों को पहले से सूचित किया जाएगा ताकि उड़ानों का संचालन निर्बाध रूप से जारी रह सके।