अहमदाबाद, 14 नवंबर 2025 – भारत के प्रमुख निजी क्षेत्र के इंफ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा प्लेटफॉर्म का हिस्सा, अदाणी समूह की दो पोर्टफोलियो कंपनियों को असम सरकार से दो महत्वपूर्ण और परिवर्तनकारी परियोजनाओं के लिए लेटर्स ऑफ़ अवार्ड (एलओए) प्राप्त हुए हैं। इनमें एक अत्याधुनिक थर्मल पावर प्लांट और एक अग्रणी पम्प्ड स्टोरेज सुविधा शामिल है। इन दोनों परियोजनाओं में मिलाकर कंपनी लगभग ₹63,000 करोड़ का निवेश असम में करेगी।
भारत की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की पावर जनरेशन कंपनी अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल), असम में 3,200 मेगावाट का ग्रीनफील्ड अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट स्थापित करने के लिए लगभग ₹48,000 करोड़ का निवेश करेगी। इसके अलावा, अदाणी ग्रीन एनर्जी, जो भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है, राज्य में दो पम्प्ड स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) लगाने के लिए लगभग ₹15,000 करोड़ का निवेश करने की योजना बना रही है। इन दोनों परियोजनाओं की कुल क्षमता 2,700 मेगावाट होगी। एजीईएल को 500 मेगावाट ऊर्जा भंडारण क्षमता के लिए एलओए भी मिला है, जिसे ऊपर बताए गए पीएसपी प्रोजेक्ट्स से पूरा किया जाएगा।
ये ऐतिहासिक पहलें भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने पर अदाणी समूह के रणनीतिक फोकस को दर्शाती हैं। यह इसी वर्ष फरवरी में चेयरमैन गौतम अदाणी द्वारा किए गए उस वादे के अनुरूप है, जिसमें उन्होंने क्षेत्र के विकास और प्रगति के लिए ₹50,000 करोड़ निवेश करने की घोषणा की थी।
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, "नार्थ-ईस्ट भारत देश की विकास कहानी में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनकर उभर रहा है और हमें इसके परिवर्तन में योगदान देने पर गर्व है। असम में हमारा 3,200 मेगावाट का थर्मल पावर प्रोजेक्ट और 2,700 मेगावाट का पीएसपी प्रोजेक्ट न केवल इस क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर इन्वेस्टमेंट है, बल्कि ऊर्जा सुरक्षा, औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। ये परियोजनाएँ न सिर्फ असम को ऊर्जा प्रदान करेंगी, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास को तेज गति देंगी। असम और पूरे पूर्वोत्तर की प्रगति में योगदान देना हमारे लिए सम्मान की बात है। हम ऐसी साझेदारियाँ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो स्थानीय समुदायों को मजबूत करें और भारत के ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाएँ।"
थर्मल प्रोजेक्ट
अदाणी पावर प्रतिस्पर्धात्मक बोली प्रक्रिया में सबसे कम ₹6.30 प्रति यूनिट किलोवाट-घंटा टैरिफ देकर सफल बोलीदाता के रूप में उभरी है। कंपनी यह अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल प्लांट डिज़ाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन एंड ऑपरेट (डीबीएफओओ) मॉडल के तहत स्थापित करेगी। इस पावर प्लांट के लिए कोयले की आपूर्ति भारत सरकार की शक्ति (एसएचएकेटीआई) नीति के तहत आवंटित की गई है।
यह परियोजना निर्माण चरण में लगभग 20,000 से 25,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार देगी, और संचालन शुरू होने के बाद लगभग 3,500 नौकरियों को स्थायी रूप से समर्थन देगी। इस परियोजना को दिसंबर 2030 से चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। यह पावर प्रोजेक्ट असम की ऊर्जा संरचना को मजबूत करेगा और राज्य की बढ़ती औद्योगिक व घरेलू जरूरतों को विश्वसनीय तथा कुशल बिजली प्रदान करेगा। यह सुविधा आधुनिक तकनीक का उपयोग कर उत्सर्जन को कम करने और ऑपरेशनल दक्षता बढ़ाने के लिए बनाई गई है, जिससे पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए जा सकेंगे।
एपीएल को असम इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन से सभी आवश्यक मंज़ूरियाँ मिल चुकी हैं, और एपीडीसीएल के साथ पावर सप्लाई एग्रीमेंट (पीएसए) जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है।
अदाणी पावर देश की बढ़ती बेस लोड बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का कैपेक्स प्रोग्राम लागू कर रही है। कंपनी के पास वर्तमान में 18.15 गीगावाट की उत्पादन क्षमता है, जो 12 थर्मल पावर प्लांट और 1 सोलर प्लांट से आती है। अदाणी पावर का लक्ष्य वर्ष 2031-32 तक कुल 42 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता हासिल करना है।
पम्प्ड स्टोरेज प्लांट प्रोजेक्ट
अदाणी ग्रीन एनर्जी भी 500 मेगावाट ऊर्जा भंडारण क्षमता के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी रही है। यह परियोजना ऊर्जा भंडारण, ग्रिड स्थिरता और पीक समय में बिजली की मांग को संभालने के लिए आधुनिक और उन्नत समाधान प्रदान करेगी, जिससे बिजली की सप्लाई अधिक टिकाऊ और भरोसेमंद बनेगी। यह पम्प्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट रिन्यूएबल एनर्जी को ग्रिड में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और असम को ग्रीन फ्यूचर की ओर बढ़ने में मजबूत समर्थन देगा।