समारोह में स्वागत करते हुए एडीआईएस की प्रमोटर नम्रता अदाणी ने भारत भर में युवा पाठकों की पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए श्रीमती मूर्ति का धन्यवाद किया। "बुकफ्लिक्स की तैयारी के दौरान, हमारा परिसर कहानियों, वाद-विवाद, पुस्तकों के आदान-प्रदान और रचनात्मक रोमांच से जीवंत हो उठा। हमारी आशा सरल है-आश्चर्य को प्रेरित करना, आनंद की चिंगारी जगाना और महत्वपूर्ण मूल्यों को गहरा करना। कहानियाँ हमारे दृष्टिकोण को आकार देती हैं और हमें दुनिया को सार्थक बनाने में मदद करती हैं।"
एडीआईएस अपनी विद्यार्थी-केंद्रित सोच, साहित्य, कला और खोज-आधारित शिक्षा के लिए जाना जाता है औऱ बुकफ़्लिक्स एक समग्र विकास के प्रति स्कूल की प्रतिबद्धता का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।