अहमदाबाद, 5 अगस्त 2025: अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईज़ेड) ने 30 जून, 2025
को समाप्त तिमाही के नतीजे जारी किए।
विवरण (करोड़ रुपए) |
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही |
वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही |
सालाना |
राजस्व |
9,126 |
7,560 |
21% |
एबिट्डा |
5,495 |
4,848 |
13%# |
पीएटी |
3,311 |
3,107 |
7%* |
एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक एवं सीईओ अश्वनी गुप्ता ने कहा, "वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 21% की राजस्व वृद्धि
हमारी लॉजिस्टिक्स और मरीन व्यवसायों की जबरदस्त रफ्तार की वजह से हुई है, जिनमें क्रमशः 2 गुना और 2.9 गुना बढ़ोतरी
दर्ज की गई है। अब ये केवल सहायक क्षेत्र नहीं रह गए हैं, बल्कि हमारे भविष्य के लिए तैयार पोर्ट्स ईकोसिस्टम को एक नया
आकार दे रहे हैं। ट्रकिंग और अंतर्राष्ट्रीय परिवहन नेटवर्क सेवाओं के विस्तार तथा एमईएएसए क्षेत्र में तेजी से बढ़ते और
विविध मरीन फ्लीट के चलते, कंपनी अब 'इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी' मॉडल को और गहराई दे रही है, जिसमें पोर्ट गेट
से लेकर कस्टमर गेट तक वैल्यू चेन का विस्तार किया जा रहा है। घरेलू पोर्ट कारोबार में कार्गो ग्रोथ और बाजार हिस्सेदारी
बढ़ने, तथा अंतर्राष्ट्रीय पोर्ट्स में राजस्व में वृद्धि और एबिट्डा के बेहतर होने से, कंपनी वित्त वर्ष 26 के लक्ष्यों
को हासिल करने की दिशा में पूरी मजबूती से आगे बढ़ रही है।"
# रणनीतिक उद्देश्य के अनुरूप कंपनी के व्यापार में बदलाव हो रहा है, जिसमें ट्रकिंग, अंतर्राष्ट्रीय परिवहन नेटवर्क और
मरीन जैसे क्षेत्रों का योगदान बढ़ा है। भले ही इनमें एबिट्डा मार्जिन अपेक्षाकृत कम हो, लेकिन रिटर्न ऑन कैपिटल
एम्प्लॉइड (आरओसीई) अधिक है।
* पिछले वर्ष वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 141 करोड़ रुपए का जेवी डिविडेंड (नेट) शामिल था, जो इस वर्ष की दूसरी
तिमाही में दर्ज किया जाएगा।
रणनीतिक बिंदु
- वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में एबिट्डा 47% की वार्षिक वृद्धि के साथ 354 करोड़ रुपए रहा। यह अब तक की सबसे अधिक
तिमाही एबिट्डा है। इस दौरान कंटेनर कार्गो की हिस्सेदारी सबसे अधिक रही, जिसमें 19% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई।
- देशव्यापी कार्गो बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी बढ़कर 27.8% हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 27.2% थी।
वहीं, कंटेनर बाजार में हिस्सेदारी 45.2% रही, जो पिछले वर्ष 45.9% थी। कंटेनर रेल वॉल्यूम 1,79,479 टीईयू रहा, जो
15% की वार्षिक वृद्धि है। जीपीडब्ल्यूआईएस वॉल्यूम 6.05 एमएमटी रहा, जिसमें 9% की वृद्धि दर्ज हुई।
- विझिंजम पोर्ट ने पहला वर्ष पूरा किया। संचालन के नौवें महीने में 100% उपयोग क्षमता हासिल की। पोर्ट के दूसरे चरण
का निर्माण कार्य शुरू किया गया।
- बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया के एनक्यूएक्सटी पोर्ट के अधिग्रहण को मंजूरी दी। यह एक प्राकृतिक गहराई वाला, बहुपयोगी
निर्यात टर्मिनल है, जिसकी नामांकित क्षमता 50 एमटीपीए है। यह सौदा नियामकीय स्वीकृति के अधीन है।
- दीर्घकालिक पूंजी प्रबंधन योजना के तहत, औसत ऋण परिपक्वता अवधि को 4.3 वर्ष से बढ़ाकर 5.2 वर्ष किया गया और सभी
बॉन्ड निर्गमों पर यील्ड को 116 आधार अंकों तक कम किया गया। यह कार्य भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को 15 वर्षीय
गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) जारी कर और बॉन्ड बायबैक के माध्यम से पूरा हुआ।
- मुंद्रा और कृष्णपत्तनम में कौशल विकास केंद्र शुरू किए गए हैं, जिनका उद्देश्य एपीएसईजेड की आवश्यकताओं के अनुरूप
युवाओं को उद्योगों के अनुरूप कौशल प्रदान करना है।
ऑपरेशन्स के मुख्य बिंदु
- वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 121 एमएमटी (वार्षिक आधार पर +11%) कार्गो संभाला, जिसमें कंटेनर में 19% की
वृद्धि रही।
- पूरे भारत में कार्गो बाजार में हिस्सेदारी बढ़कर 27.8% हुई (पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 27.2%)। कंटेनर बाजार
हिस्सेदारी 45.2% रही (वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 45.9%)।
- हाइफा पोर्ट पूरे तिमाही निर्बाध रूप से संचालित हुआ और कंटेनर वॉल्यूम में 25% तथा अन्य कार्गो वॉल्यूम में 38%
की सालाना वृद्धि दर्ज की, जिससे कुल वॉल्यूम में 29% की वृद्धि हुई। इससे अधिग्रहण के बाद से हाइफा पोर्ट का अब तक
का सबसे अधिक त्रैमासिक राजस्व और परिचालन एबिट्डा प्राप्त हुआ।
- कृष्णपट्टनम पोर्ट ने जून 2025 में अपने इतिहास का सबसे अधिक कार्गो वॉल्यूम (5.85 एमएमटी) हैंडल किया।
- कंटेनर रेल वॉल्यूम 1,79,479 टीईयू रहा, जिसमें वार्षिक आधार पर 15% की वृद्धि दर्ज की गई। जीपीडब्ल्यूआईएस
वॉल्यूम 6.05 एमएमटी रहा, जो 9% अधिक है।
- विरोचननगर (गुजरात), किशनगढ़ (राजस्थान) और मलूर (कर्नाटक) के आईसीडी पर एक्सिम संचालन शुरू करने की अनुमति मिली।
- आईसीडी टुंब और आईसीडी पटली के बीच डबल स्टैक कंटेनर रेक परिचालन की शुरुआत हुई।
- जून 2025 में मुंद्रा पोर्ट ने एक ही दिन में देश के किसी भी पोर्ट द्वारा सबसे अधिक 3,234 टीईयू संभालने का
रिकॉर्ड बनाया। इसी दिन 23 डबल स्टैक कंटेनर रेक लोड करके एक नया कीर्तिमान भी स्थापित किया।
- ओशन स्पार्कल ने अपने पूरे बेड़े में क्लाउड-आधारित वेसल मैनेजमेंट सिस्टम 'सी-फ्लक्स' को लागू किया।
वित्तीय मुख्य बिंदु
- घरेलू बंदरगाहों से राजस्व 14% की वार्षिक वृद्धि के साथ 6,137 करोड़ रुपए रहा। घरेलू बंदरगाहों का एबिट्डा मार्जिन
74.6% रहा, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 72.5% था।
- अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों से राजस्व 22% की वार्षिक वृद्धि के साथ 973 करोड़ रुपए रहा। एबिट्डा मार्जिन 21% रहा, जो
कि पिछली तिमाही में 13% था।
- लॉजिस्टिक्स से राजस्व दोगुना होकर 1,169 करोड़ रुपए तक पहुँच गया। मरीन कारोबार से राजस्व 2.9 गुना बढ़कर 541 करोड़
रुपए हो गया।
- एबिट्डा में 13% की वृद्धि हुई और यह 5,495 करोड़ रुपए रहा। एबिट्डा मार्जिन पहली तिमाही वित्त वर्ष 2026 में 60%
रहा, जबकि पिछली तिमाही में यह 64% था।
- एसएंडपी ग्लोबल ने रेटिंग आउटलुक को नकारात्मक से सकारात्मक में बदला है और बीबीबी- रेटिंग को पुनः पुष्टि की है।
- कार्यकाल में वृद्धि और प्रतिफल में कमी इन माध्यमों से प्राप्त हुई:
- 5,000 रुपए करोड़ के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर का 15 वर्षों के लिए एलआईसी को निर्गमन किया गया, जो घरेलू बाजारों
में सबसे दीर्घकालिक निर्गमन का संकेत है।
- 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक के बकाया बॉन्ड की पुनर्खरीद हेतु टेंडर ऑफर जारी किया गया। 29 जुलाई, 2025 तक 384
मिलियन अमेरिकी डॉलर की बोलियाँ प्राप्त हुईं (यह टेंडर ऑफर 13 अगस्त 2025 को समाप्त होगा) ।
- सभी बॉन्ड निर्गमों पर प्रतिफल में अधिकतम 116 आधार अंक की कमी दर्ज की गई।
- वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में नकद शेष राशि 16,921 करोड़ रुपए रही, जबकि सकल ऋण 53,089 करोड़ रुपए रहा।
- इसी अवधि में नेट ऋण बनाम एबिट्डा अनुपात 1.8 गुना रहा।
ईएसजी उपलब्धियाँ
- सीडीपी सप्लायर एंगेजमेंट असेसमेंट 2024 में कंपनी को 'लीडर' के रूप में मान्यता मिली।
- इंस्टिट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेस (आईएसएस) की ईएसजी रेटिंग में 'प्राइम' स्थिति बनाए रखी।
- निफ्टी 100 ईएसजी सेक्टर लीडर्स इंडेक्स और निफ्टी 100 एन्हांस्ड ईएसजी इंडेक्स में शामिल किया गया।
- क्रिसिल से 'सशक्त' ईएसजी रेटिंग प्राप्त की, कुल स्कोर 61 रहा जबकि 'कोर' ईएसजी स्कोर 67 रहा, जो मूल्यांकित
कंपनियों में शीर्ष 15% में आता है।
- एनएसई सस्टेनेबिलिटी रेटिंग्स एंड एनालिटिक्स द्वारा कंपनी को 69 का स्कोर दिया गया, यह भी शीर्ष 15% कंपनियों में
शामिल है।
- एसईएस ईएसजी रिसर्च ने 74.6 (ग्रेड बी+) स्कोर दिया, जो कि 'मध्यम जोखिम' प्रोफाइल को दर्शाता है।
- पोर्टफोलियो में शामिल 12 पोर्ट्स को ज़ीरो वेस्ट टू लैंडफिल (ज़ेडडब्ल्यूएल) प्रमाणन प्राप्त हुआ।
- हजीरा पोर्ट ने सीएसआईआर-सीआरआरआई और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से भारत की पहली स्टील स्लैग सड़क
का निर्माण किया।
- कोलकाता स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के नेताजी सुभाष डॉक पर इलेक्ट्रिक मोबाइल हार्बर क्रेन तैनात की गईं, जो
पारंपरिक ईंधन आधारित यंत्रों से हरित ऊर्जा की ओर एक बड़ा कदम है।
सम्मान और उपलब्धियाँ
- इंस्टीट्यूट ऑफ सप्लाई चेन एंड मैनेजमेंट (आईएससीएम फोरम) द्वारा आयोजित 7वें इंडिया लॉजिस्टिक्स स्ट्रैटेजी समिट
में दो प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल हुए। मुंद्रा पोर्ट को 'सर्वश्रेष्ठ पोर्ट सेवा प्रदाता' घोषित किया गया, जबकि
अदाणी लॉजिस्टिक्स लिमिटेड को 'लॉजिस्टिक्स चैंपियन' का खिताब मिला।
- 24वें ग्लोबल एन्वायर्नमेंट अवॉर्ड्स 2025 में कई सम्मान प्राप्त हुए। गंगावरम पोर्ट को पर्यावरण संरक्षण, विझिंजम
पोर्ट को प्रदूषण नियंत्रण मशीनरी और उपकरण तथा धामरा पोर्ट को कचरा न्यूनकरण के लिए सम्मानित किया गया।
- इंडिया मेरीटाइम अवॉर्ड्स में मुंद्रा पोर्ट को 'सर्वश्रेष्ठ निजी क्षेत्र पोर्ट' और 'सर्वश्रेष्ठ कंटेनर टर्मिनल ऑफ
द ईयर' का पुरस्कार मिला।
- गोवा पोर्ट के टर्मिनल को पर्यावरणीय सतत संचालन के लिए एपेक्स इंडिया ग्रीन लीफ अवॉर्ड्स में 'डायमंड अवॉर्ड'
प्रदान किया गया।