एईएसएल ने वित्तवर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में किया शानदार प्रदर्शन

अहमदाबाद, 27 अक्टूबर 2025: भारत की सबसे बड़ी निजी ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और स्मार्ट मीटरिंग कंपनी अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने आज 30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही के अपने वित्तीय और परिचालन परिणामों की घोषणा की।

कंदर्प पटेल, सीईओ, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने कहा, “हम एक और मजबूत तिमाही के नतीजे पेश करते हुए बेहद खुश हैं। ज़मीन पर बेहतरीन कामकाज और फोकस्ड ऑपरेशन और मेंटेनेंस के चलते हमारी प्रोजेक्ट ग्रोथ लगातार आगे बढ़ रही है। इस साल की पहली छमाही में कंपनी ने तीन नई ट्रांसमिशन लाइनों को सफलतापूर्वक शुरू किया है और स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन में उद्योग की सबसे तेज़ रफ्तार हासिल की है, जहां अब तक लगभग 74 लाख मीटर लगाए जा चुके हैं, जो पूरे देश में किसी भी कंपनी द्वारा सबसे ज्यादा हैं। आने वाले समय में ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से हो रहे ऊर्जा परिवर्तन, स्थिर नियामक माहौल और सुधारों की वजह से विकास की बड़ी संभावनाएँ हैं। हमें उम्मीद है कि एईएसएल अपने सभी प्रमुख व्यवसायों में कैपेक्स को और बढ़ाएगी और इस वित्त वर्ष के बाकी समय में बिडिंग गतिविधियों में भी तेज़ी आएगी।”

क्यू2 वित्तवर्ष 2025-26 मुख्य विशेषताएं: (करोड़ में)

पैरामीटर Q2 FY26 Q2 FY25 YoY % 1H FY26 1H FY25 YoY %
कुल आय 6,767 6,360 6.4% 13,793 11,850 16.4%
परिचालन से राजस्व (एससीए आय और अन्य सहित) 6,596 6,184 6.7% 13,415 11,562 16.0%
परिचालन राजस्व 4,539 4,217 7.6% 9,138 8,768 4.2%
परिचालन एबिटडा 1,825 1,666 9.5% 3,463 3,277 5.7%
टोटल एबिटडा 2,126 1,891 12.4% 4,144 3,653 13.4%
पीबीटी 745 594 25.4% 1,404 1,047 34.1%
पीएटी 557 773^ -28.0% 1,096 1,088^ 0.7%
समायोजित पीएटी 557 459* 21.2% 1,096 774* 41.6%
कैश मुनाफा 1,167 1,026^ 13.8% 2,212 1,934#^ 14.4%

राजस्व:

  • कंपनी की कुल आय वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में ₹13,793 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 16.4% अधिक है। वहीं दूसरी तिमाही में कुल आय ₹6,767 करोड़ रही, जिसमें 6.4% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • यह वृद्धि कंपनी के सभी व्यवसायिक क्षेत्रों में स्थिर संचालन और अधिक एससीए आय के कारण हुई।
  • ऑपरेशनल राजस्व वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में ₹9,138 करोड़ रहा, जो 4.2% बढ़ा, और वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में ₹4,539 करोड़ रहा, जिसमें 7.6% की वृद्धि दर्ज हुई।
  • यह बढ़ोतरी हाल ही में शुरू हुए ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स —(एमपी–II क्यू3एफवाय25 में और खेवड़ा पीएच-II-ए, केपीएस-1 तथा सांगोद क्यू1एफवाय26 के अंतिम चरण में) और स्मार्ट मीटर बिजनेस के बेहतर योगदान के कारण हुई।
  • क्यू2एफवाय26 में राजस्व वृद्धि अधिक स्पष्ट रही क्योंकि इस तिमाही में ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स से पूरे तिमाही का योगदान मिला, साथ ही ऊर्जा की मांग में वृद्धि और स्मार्ट मीटरिंग बिजनेस के योगदान में बढ़ोतरी भी हुई।

एबिटडा :

  • वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही और क्यू2एफवाय26 — दोनों में कंपनी का समेकित एबिटडा दोहरे अंकों में बढ़ा।
  • यह वृद्धि ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन राजस्व, स्मार्ट मीटरिंग बिजनेस, और ईपीसी व अन्य आय में बढ़ोतरी के कारण हुई।
  • समेकित ऑपरेशनल एबिटडा ₹1,825 करोड़ रहा, जो 9.5% की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि मुख्य रूप से ट्रांसमिशन और स्मार्ट मीटर बिजनेस के बेहतर प्रदर्शन से हुई। मुंबई वितरण व्यवसाय में एबिटडा थोड़ा कम रहा क्योंकि पिछले साल क्यू2एफवाय26 के आंकड़ों में दहाणू थर्मल एसेट का योगदान शामिल था।
  • चूंकि दहाणू एसेट का डिवेस्टमेंट (विक्रय) हो चुका है, इसलिए उसका प्रभाव क्यू3एफवाय26 से आगे नहीं दिखेगा। ट्रांसमिशन बिजनेस का ऑपरेटिंग एबिटडा मार्जिन 93% रहा — जो उद्योग में सर्वश्रेष्ठ है और इस तिमाही में यह 10.7% बढ़ा।

कर पूर्व लाभ

  • वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में पीबीटी ₹1,404 करोड़ रहा, जो 34.1% की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि मजबूत एबिटडा, स्थिर मूल्यह्रास और ब्याज खर्च में मामूली बढ़ोतरी के कारण हुई। वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में पीबीटी ₹745 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल 25.4% अधिक है।

समायोजित शुद्ध लाभ:

  • क्यू2 वित्तवर्ष 2025-26 में समायोजित पीएटी ₹557 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21.2% की वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि एबिटडा और पीबीटी स्तर पर बेहतर लाभप्रदता के कारण हुई। तुलना को समान रखने के लिए, पिछले वर्ष क्यू2एफवाय25 में मिले ₹314 करोड़ के एक बार के डिफर्ड टैक्स लाभ को इस बार समायोजित किया गया है।

सेगमेंट फाइनेंस हाईलाइट: (करोड़ो में)

सेगमेंट विवरण Q2 FY26 Q2 FY25 YoY % 1H FY26 1H FY25 YoY%
ट्रांसमिशन संचालन राजस्व 1,305 1,197 9.0% 2,474 2,372 4.3%
परिचालन एबिटडा 1,216 1,099 10.7% 2,285 2,171 5.2%
एबिटडा अंतर % 93% 92% 92% 92%
ईबीआईटी 1,046 837 25.0% 1,973 1,643 20.1%
डिस्ट्रीब्यूशन (एईएमएल और एमयूएल) परिचालन आय 3,118 3,014 3.5% 6,478 6,386 1.4%
परिचालन एबिटडा 492 523 -6.0% 994 1,057 -5.9%
ईबीआईटी 261 332 -21.4% 564 656 -14.0%
स्मार्ट मीटरिंग (गैर-इंडस्ट्रीयल एएस) परिचालन आय 182 8 - 294 14 -
परिचालन एबिटडा 155 6 - 253 11 -
एबिटडा अंतर % 85% 79% 86% 76%
ईबीआईटी 72 3 - 120 6 -
ट्रेडिंग और अन्य परिचालन आय 291 624 - 587 807 -
परिचालन एबिटडा 25 40 - 50 42 -
ईबीआईटी 23 37 - 49 39 -

खंडवार प्रमुख परिचालन विशेषताएं:

विवरण 1H FY26 1H FY25 Q2 FY26 Q2 FY25
ट्रांसमिशन बिजनेस
औसत उपलब्धता (%) 99.7% 99.7% 99.6% 99.7%
ट्रांसमिशन नेटवर्क जोड़ा गया (साकएम) 269 330 190 140
कुल ट्रांसमिशन नेटवर्क (साकएम) 26,705 23,269 26,705 23,269
वितरण व्यवसाय (एईएमएल)
आपूर्ति विश्वसनीयता (%) 99.99% 99.99% 99.99% 99.99%
वितरण हानि (%) 4.30% 5.02% 4.36% 4.85%
बची गई इकाइयाँ (एमयू) 5,589 5,571 2,650 2,609
वितरण व्यवसाय (एमयूएल)
बची गई इकाइयाँ (एमयू) 635 460 364 234
स्मार्ट मीटरिंग व्यवसाय
स्थापित मीटर (लाख में) 42.3 5.5 18.2 3.8
स्थापित संचयी मीटर (लाख में) 73.7 6.8 73.7 6.8

ट्रांसमिशन व्यवसाय:

इस तिमाही में कंपनी का संचालन प्रदर्शन बेहद मजबूत रहा। सिस्टम की औसत उपलब्धता 99.6% से अधिक रही, जो बेहतरीन ऑपरेशन और मेंटेनेंस प्रैक्टिस को दर्शाती है। उच्च लाइन उपलब्धता के कारण कंपनी को ₹30 करोड़ का प्रोत्साहन प्राप्त हुआ। हाल के प्रोजेक्ट्स जीतने के बाद, कंपनी के निर्माणाधीन ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स की कुल लागत ₹60,004 करोड़ तक पहुँच गई है। इस तिमाही में कंपनी ने 190 सर्किट किलोमीटर नए ट्रांसमिशन नेटवर्क को जोड़ा, जिससे अब कुल नेटवर्क 26,705 सर्किट किलोमीटर हो गया है।

वितरण व्यवसाय (एईएमएल मुंबई और एमयूएल मुंद्रा):

एईएमएल मुंबई में इस तिमाही के दौरान बिजली की खपत में 2% की हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो मुख्यतः वाणिज्यिक और औद्योगिक मांग बढ़ने से हुई। वितरण हानि सिर्फ 4.36% रही, जो देश में सबसे कम में से एक है।

सेगमेंट प्रगति और आगे की दिशा

    ट्रांसमिशन सेगमेंट:

  • कंपनी के पास ₹60,004 करोड़ मूल्य के 13 निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स हैं। वित्त वर्ष 26 में कंपनी निम्नलिखित प्रमुख प्रोजेक्ट्स को पूरा करने की उम्मीद कर रही है:
  • नॉर्थ करनपुरा ट्रांसमिशन लाइन डब्ल्यूआरएसआर (नरेंद्र–पुणे) मुंबई एचवीडीसी प्रोजेक्ट
  • खवड़ा फेज-III-ए (हलवद) (साथ ही क्यू1एफवाय26 में तीन लाइनें पहले ही चालू हो चुकी हैं)
  • ट्रांसमिशन सेक्टर में आने वाले समय में ₹96,447 करोड़ के नए टेंडर आने की संभावना है।

    वितरण सेगमेंट:

  • वितरण व्यवसाय ने स्थिर प्रदर्शन जारी रखा है। एईएमएल की आरएबी अब ₹9,412 करोड़ हो गई है (जिसमें ₹5,065 करोड़ इक्विटी और ₹4,347 करोड़ ऋण शामिल है)। यह पिछले वर्ष की तुलना में 13% की वृद्धि दर्शाता है।

स्मार्ट मीटर सेगमेंट:

वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही के अंत तक कंपनी ने कुल 73.7 लाख स्मार्ट मीटर स्थापित किए हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि वित्त वर्ष26 के अंत तक कम से कम 70 लाख नए मीटर और लगाए जाएँ, ताकि कुल संख्या लगभग 1 करोड़ मीटर तक पहुँच जाए।

वर्तमान में 24.6 मिलियन (2.46 करोड़) स्मार्ट मीटरों की स्थापना प्रक्रिया चल रही है, जिनसे ₹29,519 करोड़ की संभावित आय होने की संभावना है।

ईएसजी अपडेट्स:

सस्टेनलिस्टिक ईएसजी जोखिम स्कोर जुलाई 2025 के 25.1 (मध्यम जोखिम) से घटकर सितंबर 2025 में 19.9 (कम जोखिम) हो गया है, जो वैश्विक औसत 36.0 से कहीं बेहतर है।

कंपनी को इंटरटेक द्वारा फिर से “जीरो वेस्ट टू लैंडफिल” प्रमाणन मिला है यानी कंपनी की 100% ट्रांसमिशन साइट्स पर कचरे का कोई लैंडफिल नहीं होता। इस उपलब्धि के साथ एईएसएल भारत की एकमात्र कंपनी बन गई है जिसकी 100% वेस्ट डायवर्जन दर है।

सीएसआरएचयूबी स्कोर सितंबर 2025 में 93% तक सुधरा, जो उद्योग औसत (51%) से बहुत अधिक है। कंपनी को क्वालिटी कॉन्सेप्ट कन्वेंशन 2025 में “गोल्ड अवॉर्ड” मिला, बिजली चोरी रोकथाम और पक्षी सुरक्षा के लिए नवाचारपूर्ण समाधान लागू करने के लिए।

अदाणी ग्रुप का ईएनओसी, जो ऊर्जा परिसंपत्तियों की दूरस्थ निगरानी और नियंत्रण करता है, ने सीआईआई नेशनल लो कॉस्ट ऑटोमेशन सर्किल 2025 में “बेस्ट एलसीए इन प्रोडक्टिविटी इंप्रूवमेंट” श्रेणी में प्लेटिनम अवॉर्ड जीता।

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