अदाणी ग्रीन की क्षमता 15,500  मेगावाट के पार, भारत में रिन्यूएबल एनर्जी का नया कीर्तिमान

अहमदाबाद, 30 जून, 2025: भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल), ने 15,000 मेगावाट से अधिक बिजली उत्पादन क्षमता हासिल करके उपलब्धि दर्ज की है। कंपनी अब कुल 15,539.9 मेगावाट क्षमता के साथ काम कर रही है। यह अब तक की सबसे तेज़ और सबसे बड़ी क्षमता वृद्धि मानी जा रही है। इसमें करीब 11,005.5 मेगावाट सोलर, 1,977.8 मेगावाट पवन ऊर्जा और 2,556.6 मेगावाट विंड-सोलर हाइब्रिड शामिल है। एजीईएल यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की पहली और एकमात्र रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी बन गई है। खास बात यह है कि कंपनी ने यह मुकाम ज्यादातर ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स, यानि शुरुआत से नए सिरे से खड़े किए गए प्रोजेक्ट्स के जरिए हासिल किया है।

इस उपलब्धि पर बोलते हुए, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के सीईओ, आशीष खन्ना ने कहा, "15,000 मेगावाट का आँकड़ा पार करना हमारे लिए गर्व का क्षण है। यह हमारी टीम की निरंतर मेहनत और समर्पण का प्रमाण है। हमारे प्रमोटर्स की दूरदर्शिता और हमारे निवेशकों, ग्राहकों, टीम और भागीदारों ने हर कदम पर हमारा साथ दिया। उनके अटूट सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो पाता। जैसा कि श्री गौतम अदाणी ने अदाणी समूह को वैश्विक स्तर पर रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में अग्रणी बनाने का संकल्प लिया है, उनके इस सपने से प्रेरित होकर एजीईएल नवाचार और संचालन उत्कृष्टता के नए मानदंड स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है कि 2030 तक हम 15,000 मेगावाट से बढ़कर 50,000 मेगावाट तक पहुँचें और भारत समेत पूरी दुनिया को ऊर्जा के टिकाऊ समाधान उपलब्ध कराते रहें।"

    इस उपलब्धि के प्रमुख बिंदु

  • लगभग 5.5 करोड़ सोलर मॉड्यूल्स और 1,177 विंड टर्बाइन लगाए गए
  • करीब 3,700 लोगों को हरित नौकरियाँ मिलीं
  • हर साल करीब 2.86 करोड़ टन कार्बन उत्सर्जन में कमी
  • यह कार्बन कटौती के बराबर है:
    • 1,364 मिलियन पेड़ों द्वारा कार्बन को अलग किया गया
    • लगभग 63 लाख कारें सड़क से हटाई गईं

एजीईएल की 15,539.9 मेगावाट की चालू क्षमता अब 79 लाख घरों को बिजली देने में सक्षम है। यह उत्पादित स्वच्छ ऊर्जा इतनी है कि अकेले 13 भारतीय राज्यों को रौशन किया जा सकता है, या फिर पूरे पूर्वोत्तर भारत को 100% रिन्यूएबल एनर्जी से चलाया जा सकता है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि उस समय आई है, जब एजीईएल ने भारत को स्वच्छ और किफायती ऊर्जा देने के अपने 10 वर्षों का सफर पूरा किया है, और वह भी ऐसी रफ्तार और पैमाने पर, जिसकी तुलना कहीं नहीं की जा सकती।

खावड़ा: विश्व के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट का केंद्रबिंदु (30,000 मेगावाट)

अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) गुजरात के कच्छ जिले के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट विकसित कर रही है, जिसकी कुल क्षमता 30,000 मेगावाट होगी। यह पूरा प्रोजेक्ट बंजर और अनुपयोगी जमीन पर बनाया जा रहा है, जो लगभग 538 वर्ग किलोमीटर में फैला है, यानि पेरिस से पाँच गुना बड़ा। इसकी विशालता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि यह प्रोजेक्ट अंतरिक्ष से भी दिखाई देगा। यह प्रोजेक्ट पूरा होने पर सिर्फ रिन्यूएबल ही नहीं, बल्कि सभी प्रकार के ऊर्जा स्रोतों में दुनिया का सबसे बड़ा पॉवर प्लांट होगा। अब तक एजीईएल ने खावड़ा में 5,355.9 मेगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को सफलतापूर्वक शुरू कर लिया है। खावड़ा में तेज़ी से हो रही प्रगति यह स्पष्ट करती है कि एजीईएल भारत के 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लक्ष्य के प्रति पूरी तरह समर्पित है।

एजीईएल का संपूर्ण परिचालन पोर्टफोलियो वॉटर पॉजिटिव प्रमाणित है, यानि यह जितन जल का उपयोग करता है, उससे अधिक की भरपाई करता है। इसके साथ ही, ऊर्जा क्षेत्र के लिए एजीईएल को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) की रेटिंग में पहला स्थान मिला है। वैश्विक स्तर पर एफटीएसई रसेल ईएसजी स्कोर में भी एजीईएल को अल्टरनेटिव इलेक्ट्रिसिटी उपक्षेत्र में शीर्ष स्थान प्राप्त है।

शुरुआत से एजीईएल के कुछ प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट्स:

अन्य रिलीज़

एईएल
सितम्बर 22, 2024
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