अदाणी पावर ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा की|

राजस्व 10.8% की वृद्धि के साथ ₹56,473 करोड़ पहुंचा

अहमदाबाद, 30 अप्रैल 2025: अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) ने आज 31 मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। अदाणी पावर लिमिटेड के सीईओ एस. बी. ख्यालिया ने कहा, "अदाणी पावर ने वित्त वर्ष 2024-25 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है, जो अदाणी पोर्टफोलियो की कंपनियों की मजबूती को दर्शाता है। जैसे-जैसे हम क्षमता विस्तार के अगले चरण की ओर तेज़ी से बढ़ रहे हैं, हम अपनी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त को और मजबूत करने तथा प्रमुख मापदंडों पर नेतृत्व बनाए रखने के लिए पूंजी और लागत दक्षता को प्राथमिकता दे रहे हैं। हम अपने गहरे और बहु-क्षेत्रीय अनुभव का उपयोग करते हुए अपने व्यवसाय को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं ताकि दीर्घकालिक रूप से बेहतर रिटर्न देना जारी रख सकें। हमारा सस्टेनेबिलिटी के प्रति अडिग संकल्प, जिसने हमें दुनिया के प्रमुख थर्मल पावर उत्पादकों में शामिल किया है, हमारी विकास यात्रा में आगे भी हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा।"

परिचालन प्रदर्शन

पैरामीटर FY25 FY24 Q4 FY25 Q4 FY24
स्थापित क्षमता
(मेगावाट)
17,550 15,250 17,550 15,250
प्लांट लोड फैक्टर 70.5% 64.7% 74.2% 71.5%
बेची गई इकाइयाँ
(बीयू)
95.9 79.4 26.3 22.2

एमडब्लयू: मेगा वाट; बीयू: बिलियन यूनिट

  • वित्त वर्ष 2024-25 में समेकित परिचालन क्षमता 15,250 मेगावाट से बढ़कर 17,550 मेगावाट हो गई, जो कि मोक्सी पावर जनरेशन लिमिटेड (एमपीजीएल) की 1,200 मेगावाट, कोरबा पावर लिमिटेड (केपीएल) की 600 मेगावाट और अदाणी दहाणू थर्मल पावर स्टेशन (एडीटीपीएस) की 500मेगावाट की इकाइयों के अधिग्रहण के कारण हुआ।
  • वित्त वर्ष 25 में 102.2 बीयू बिजली उत्पादन हुआ, जो कि वित्त वर्ष 24 में हुए 85.5 बीयू के मुकाबले 19.5% अधिक है।
  • पावर परचेज एग्रीमेंट्स (पीपीए) के तहत बिजली बिक्री वित्त वर्ष 25 में 15.1% बढ़कर 75.3 बीयू हो गई, जबकि क्यू 4 एफवाय25में यह 14.8% बढ़कर 20.8 बीयू रही। यह वृद्धि पीपीए के अंतर्गत अधिग्रहित नई क्षमता और बिजली की मांग व आयातित कोयले की कम कीमतों के चलते हुई।
  • • कम अवधि के अनुबंधों और मर्चेंट मार्केट के तहत बिजली बिक्री वित्त वर्ष 25 में 46.7% बढ़कर 20.6 बीयू हो गई, और क्यू 4 एफवाय 25 में यह 37.2% बढ़कर 5.6 बीयू रही। यह वृद्धि पीक डिमांड में वृद्धि के कारण हुई।
  • भारत में कुल बिजली मांग क्यू 4 एफवाय 25में 3.5% बढ़कर 415 बीयू हो गई, जबकि पूरे वित्त वर्ष 25 में यह 4.2% बढ़कर 1,695 बीयू रही। मांग वृद्धि में थोड़ी कमी मुख्यतः ठंडे मौसम के कारण आई। हालांकि मार्च 2025 में मांग ने गति पकड़ी और मार्च 2024 की तुलना में 6.6% की वृद्धि दर्ज की।
  • ठंडे मौसम और बिजली आपूर्ति में वृद्धि के कारण, इंडियन एनर्जी एक्सचेंज पर औसत बाजार मूल्य (मार्केट-क्लियरिंग प्राइस) वित्त वर्ष 25में 15% गिरकर ₹4.47 प्रति यूनिट हो गया, जबकि यह एफवाय 24 में ₹5.24 प्रति यूनिट था। हालांकि, 2025 में गर्मी जल्दी शुरू होने के कारण मर्चेंट प्राइस में फिर से मजबूती आई है।

बिज़नेस अपडेट्स

  • 25 अप्रैल 2025 को अदाणी पावर (झारखंड) लिमिटेड (एपीजेएल) का विलय इसकी होल्डिंग कंपनी अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) में कर दिया गया, जो कि 1 अप्रैल 2024 से प्रभावी है। यह विलय माननीय राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण, अहमदाबाद पीठ (एनसीएलटी) द्वारा अनुमोदित योजना के तहत हुआ। पूर्ववर्ती एपीजेएल झारखंड के गोड्डा जिले में स्थित 1,600 मेगावाट की गोड्डा अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट (यूएससीटीपीपी) का संचालन करता है, जो बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड को 1,496 मेगावाट (नेट) की सीमा पार बिजली आपूर्ति करता है। इस विलय के परिणामस्वरूप, गोड्डा प्लांट की उत्पादन क्षमता अब एपीएल की स्टैंडअलोन इकाई का हिस्सा बन जाएगी।
  • विदर्भ इंडस्ट्रीज़ पावर लिमिटेड (वीआईपीएल) के ऋणदाताओं की समिति ने अदाणी पावर लिमिटेड के समाधान योजना को मंजूरी दे दी है, जो नागपुर ज़िले (महाराष्ट्र) के बुटीबोरी में स्थित 2x300 मेगावाट (कुल 600मेगावाट) के थर्मल पावर प्लांट का संचालन करती है। यह मंजूरी इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड के तहत दी गई है, जिसके बाद
  • 24 फरवरी 2025 को
    • वीआईपीएल के रेसोलुशन प्रोफेशनल द्वारा एपीएल को लेटर ऑफ़ इंटेंट प्रदान किया गया। अब एपीएल रेसोलुशन प्लान के कार्यान्वयन हेतु माननीय एनसीएलटी, मुंबई पीठ से अनुमोदन मांगा गया है।
    • • एपीएल को अब चार रेटिंग एजेंसियों; सीआरआईएसआईएल, इंडिया रेटिंग्स, सीएआरई रेटिंग्स और आईसीआरए द्वारा 'एए; स्टेबल' रेटिंग दी गई है, जो इसके बैंक ऋण सुविधाओं और ₹11,000 करोड़ के प्रस्तावित नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (एनसीडी) निर्गम के लिए है।
    • इंडिया रेटिंग्स ने एपीएल के ऋण सुविधाओं, और विलय के बाद पूर्ववर्ती एपीजेएल के ऋण सुविधाओं को मिलाकर 'एए; स्टेबल' रेटिंग प्रदान की है।

वित्तीय प्रदर्शन

विवरण (करोड़ रुपए में) FY25 FY24 Change +/- Q4
FY25
Q4
FY24
Change +/-
परिचालन से निरंतर राजस्व(1) 54,502.81 49,667.82 9.73% 14,145.31 13,288.30 6.45%
सतत अन्य आय(2) 1,969.91 1,292.06 52.46% 377.08 498.97 498.97 (24.43%)
कुल सतत राजस्व 56,472.72 50,959.87 10.82% 14,522.39 13,787.26 5.33%
कुल रिपोर्ट किया गया राजस्व 58,905.83 60,281.48 (2.28%) 14,535.60 13,881.52 4.71%
सतत ईबीआईटीडीए 21,575.07 18,789.32 14.83% 5,097.62 5,273.31 (3.33%)
रिपोर्ट किया गया
ईबीआईटीडीए
24,008.18 28,110.93 (14.59%) 5,110.83 5,367.57 (4.78%)
कर-पूर्व सतत लाभ 13,926.40 11,469.90 21.42% 3,248.07 3,463.68 (6.22%)
कर से पहले रिपोर्ट किया गया लाभ 16,359.51 20,791.51 (21.32%) 3,261.28 3,557.94 (8.34%)
कर व्यय / (क्रेडिट) 3,609.90 -37.28 n.m. 662.05 820.70 (19.33%)
कर के बाद लाभ 12,749.61 20,828.79 (38.79%) 2,599.23 2,737.24 (5.04%)

(1), (2): सतत परिचालन राजस्व और सतत अन्य आय में कोयले की कमी के दावों और देर से भुगतान अधिभार के कारण पूर्व अवधि की आय मान्यता को शामिल नहीं किया गया है।* एन.एम.: अर्थपूर्ण नहीं

प्रमुख फाइनेंसियल हाइलाइट्स

  • चूंकि एमपीजीएल, केपीएल और एडीटीपीएस का अधिग्रहण वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में किया गया था, इसलिए वित्त वर्ष 24 के आंकड़ों में इन इकाइयों के परिचालन या वित्तीय प्रदर्शन को शामिल नहीं किया गया है।
  • वित्त वर्ष 25 और वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में जारी परिचालन राजस्व की वृद्धि बिजली बिक्री की मात्रा की तुलना में धीमी रही, जिसका मुख्य कारण एफवाय 24 की तुलना में आयातित कोयले की कम कीमतें और मर्चेंट मार्केट में कम टैरिफ रहे।
  • वित्त वर्ष 25 में एबिटडा 14.8%
  • बढ़कर ₹21,575 करोड़ हो गया, जो वित्त वर्ष 24में ₹18,789 करोड़ था। यह वृद्धि नियमित राजस्व में वृद्धि और ईंधन लागत में कमी से संभव हुई।
  • वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में एबिटडा ₹5,098 करोड़ रहा, जो वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के ₹5,273 करोड़ के आसपास ही रहा। यह स्थिरता मुख्य रूप से कम व्यापारिक टैरिफ, नव अधिग्रहित प्लांट्स की उच्च परिचालन लागत, और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पर किए गए खर्च के कारण रही।
  • डेप्रिसिएशन में वृद्धि नव अधिग्रहित पावर प्लान्स के कारण हुई है।
  • वित्त वर्ष 25 में, ऑपरेशन के बढ़े हुए स्तर के बावजूद वित्तीय लागतों पर नियंत्रण रखा गया, जिससे लाभ (कर पूर्व) 21.4% बढ़कर ₹13,926 करोड़ हो गया, जबकि वित्त वर्ष 24 में यह ₹11,470 करोड़ था।
  • वित्त वर्ष 25की चौथी तिमाही में कर पूर्व लाभ ₹3,248करोड़ रहा, जो वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के ₹3,464करोड़ के तुल्य है। यह अंतर भी मुख्यतः डेप्रिसिएशन चार्ज में वृद्धि के कारण है।
  • वित्त वर्ष 25 में एकमुश्त राजस्व की मान्यता ₹2,433 करोड़ रही, जो वित्त वर्ष 24 के ₹9,322 करोड़ की तुलना में काफी कम थी। वित्त वर्ष 24 में यह राशि प्रमुख नियामकीय मामलों के समाधान और डिस्कॉम्स से बकाया भुगतान की प्राप्ति के कारण अधिक थी। वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में भी एकमुश्त राजस्व ₹13 करोड़ रहा, जबकि वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में यह ₹94 करोड़ था।
  • वित्त वर्ष 25 में टैक्स चार्ज ₹3,610 करोड़ रहा, जबकि वित्त वर्ष 24 में ₹(-)37 करोड़ की टैक्स क्रेडिट मिली थी। यह वृद्धि मुख्य रूप से स्थगित कर देनदारी के कारण है। वहीं वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में टैक्स चार्ज ₹662 करोड़ रहा, जो वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के ₹821करोड़ से कम है, जो एपीजेएल के एपीएल में विलय के कारण कर की वापसी के चलते हुआ।
  • वित्त वर्ष 25 में पीएटी ₹12,750 करोड़ रहा, जो वित्त वर्ष 24के ₹20,829 करोड़ से कम है। इसका मुख्य कारण एकमुश्त राजस्व में कमी और टैक्स चार्ज में वृद्धि है।
  • वित्त वर्ष 25की चौथी तिमाही में पीएटी ₹2,599 करोड़ रहा, जो वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के बराबर ही है, और यह भी एकमुश्त आय में कमी से प्रभावित हुआ।
  • एपीएल ने वित्त वर्ष 24-25 का समापन एक मजबूत बैलेंस शीट और बेहतर लिक्विडिटी के साथ किया। 31 मार्च 2025 तक कुल शेयरधारकों की पूंजी ₹56,347करोड़ तक पहुंच गई, जो 31 मार्च 2024 को ₹43,145 करोड़ थी।
  • वित्त वर्ष 25 में, एपीएल ने ₹4,258करोड़ के बिना जमानत वाले परपेचुअल सिक्योरिटी (यूपीएस) को अपने ऑपरेटिंग सरप्लस से रिडीम किया। 31 मार्च 2025 तक यूपीएस की बकाया राशि ₹3,057 करोड़ है।
  • 31मार्च 2025 को कुल शुद्ध ऋण बढ़कर
  • ₹31,023करोड़ हो गया, जो वित्त वर्ष 24 में ₹26,545 करोड़ था। यह वृद्धि केपीएल के अधिग्रहण ऋण और वर्किंग कैपिटल में वृद्धि के कारण हुई।
  • • एपीएल अब भी कम ऋण वाली बिजली उत्पादक कंपनी बनी हुई है, जिसका शुद्ध ऋण 31 मार्च 2025 तक प्रति मेगावाट ₹1.77 करोड़ है।

प्रोजेक्ट अपडेट्स

एपीएल ने वर्ष 2030 तक अपनी वर्तमान 17,550 मेगावाट की उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 30,670 मेगावाट करने का लक्ष्य तय किया है, जो ब्राउनफील्ड और ग्रीनफील्ड, दोनों माध्यमों से किया जा रहा है। वर्तमान में, कंपनी 1,600 मेगावाट की तीन ब्राउनफील्ड परियोजनाओं का निर्माण कर रही है, जो सिंगरौली (महान), मध्य प्रदेश, रायपुर, छत्तीसगढ़ और रायगढ़, छत्तीसगढ़ में स्थित हैं। इसके अतिरिक्त, एपीएल कोरबा पावर लिमिटेड (पूर्व में लैंको अमरकंटक पावर लिमिटेड) की 1,320 मेगावाट की रुकी हुई विस्तार परियोजना को पुनः प्रारंभ कर रहा है, जो छत्तीसगढ़ के कोरबा में स्थित है।

एपीएल के पास 12,520 मेगावाट क्षमता विस्तार के लिए भूमि पहले से ही उपलब्ध है (वीआईपीएल की 600 मेगावाट क्षमता को छोड़कर), जिससे इस प्रकार की परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रमुख चुनौती काफी हद तक समाप्त हो जाती है। इसके साथ ही, एपीएल ने प्रोजेक्ट सप्लाई चेन को जोखिम मुक्त करने हेतु प्रभावी कदम उठाए हैं। इसमें 11,200 मेगावाट के मुख्य संयंत्र उपकरणों; 800 मेगावाट के 14 सेट अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल बॉयलर, स्टीम टर्बाइन और जनरेटर की अग्रिम खरीद शामिल है, जिसे एक प्रमुख घरेलू निर्माता को ऑर्डर किया गया है। परियोजना की आपूर्ति और निष्पादन से जुड़े अन्य छोटे-बड़े अनुबंध भी चरणबद्ध तरीके से प्रदान किए जा रहे हैं।

एपीएल को पूरा विश्वास है कि वह इन विस्तार परियोजनाओं को अपने लक्ष्य समय और लागत के भीतर पूर्ण रूप से निष्पादित करेगा। यह उसकी प्रोजेक्ट, सप्लाई चेन और कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट क्षमताओं, साथ ही उसकी मजबूत वित्तीय स्थिति और स्टेबल कैश फ्लो के माध्यम से संभव होगा।

ईएसजी प्रदर्शन

एपीएल की वाटर इंटेंसिटी वित्त वर्ष 2024-25 में 2.21 घन मीटर प्रति मेगावाट घंटा रही, जो कि इनलैंड पावर प्लांट्स के लिए निर्धारित कानूनी सीमा से काफी कम है। वित्त वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 2.35 घन मीटर प्रति मेगावाट घंटा था।

अदाणी पावर को "टाइम्स नाउ सस्टेनेबल ऑर्गेनाइज़ेशन 2024" शिखर सम्मेलन में सस्टेनेबिलिटी के प्रति उत्कृष्ट प्रतिबद्धता के लिए सम्मानित किया गया।

नवंबर 2024 में एसएंडपी ग्लोबल द्वारा किए गए कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) में एपीएल को 100 में से 67 अंक प्राप्त हुए, जो कि पिछले स्कोर 48/100 से काफी बेहतर है और इसे 86 वें पर्सेंटाइल में रखता है। यह स्कोर विश्व की विद्युत उपयोगिता कंपनियों के औसत स्कोर 42/100 से भी काफी अच्छा है।

जनवरी 2024 में सीएसआर एचयूबी ईएसजी रेटिंग में एपीएल को 88% स्कोर मिला, जो वैश्विक औद्योगिक औसत से भी बेहतर प्रदर्शन है।

वित्त वर्ष 2024-25 में, एपीएल ने फ्लाई ऐश उपयोग दर में 102% की उपलब्धि हासिल की है, जो पर्यावरणीय नियमों और टिकाऊ कार्यप्रणालियों के प्रति उसकी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

मीडिया संपर्क roy.paul@adani.com

अन्य रिलीज़

एईएल
सितम्बर 22, 2024
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